रोहित का जिक्र कर पीएम भावुक,अंबेडकर यूनिवर्सिटी में 3 छात्रों ने मोदी विरोधी नारेबाजी की

Live-Narendra-M16926लखनऊ। लखनऊ के बाबासाहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रोहित वेमुला की आत्महत्या पर दुख जताते हुए भावुक हो गए। उनका गला रूंध गया। शुक्रवार को समारोह में भाषण देने के लिए जैसे ही माइक पर खड़े हुए हाल में बैठे 3 से 4 छात्रों ने मोदी वापस जाओं, नरेंद्र मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाए। नारेबाजी होती देख पीएम मोदी निगाह उठा कर नारेबाजी करने वाले छात्रों को देखने लगे। छात्रों को रोकने के लिए आसपास बैठे दूसरे छात्र पहुंच गए। सुरक्षाकर्मियों ने तीन छात्रों को पकड़ कर हाल से बाहर निकाला। इन छात्रों के साथ हॉल में बैठे छात्र सुरेंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री का विरोध रोहित के आत्महत्या के मुद्दे पर की गई है। सुरेंद्र ने कहा कि रोहित मामले में प्रधानमंत्री ने दुख जताया है।
प्रधानमंत्री ने दीक्षांत समारोह के अपने संबोधन के दौरान रोहित वेमुला की आत्महत्या पर दुख जताते हुए भावुक हो गए। उनका गला रूंध गया। थोड़ी देर उनके गले से शब्द नही निकले। उन्होने कहा कि एक बेटे रोहित को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। उस परिवार पर क्या बीती होगी यह वो समझ सकते है। कारण कुछ भी हो, राजनीति अपनी जगह है लेकिन मां भारती ने अपना लाल खो दिया है। गौरतलब है कि बीबीएयू केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। जिस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों मौजूद हो, वहां विरोध में नारेबाजी हो जाए, इसका अंदाजा लगाने में सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां चूक गईं। लखनऊ गृहमंत्री का संसदीय क्षेत्र भी है। बाबासाहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी कार्यक्रम में भारी अव्यवस्था हुई थी।
डा.अम्बेडकर के जीवन संघर्ष के आदर्श को अपनाने की सलाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रियंका गौतम व रत्ना रावत को टॉप करने पर गोल्ड मेडेल दिया। इनके साथ सुषमा वर्मा को भी गोल्ड मेडेल मिला। सुषमा ने सबसे कम उम्र में यूनिवर्सिटी में टॉप किया। समारोह में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्र-छात्राओं को देश के संविधान निर्माता डॉ.भीमराव अम्बेडकर के जीवन के आदर्श को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि छात्रों को नौकरी मांगने वाला नही बल्कि देने वाला बनना चाहिए। उन्होने कहा कि पिछले दिनों जब व दलित उद्योगपतियों के कार्यक्रम में गए थे तब उन्हे लगा था कि डा. अंबेडकर का सपना साकार हो रहा है। डा. अंबेडकर बड़े अर्थशास्त्री भी थे। डॉ. अम्बेडकर ने अपना जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। कभी भी निंदा या बुराई की परवाह नहीं की। वह अपने काम में लगे रहे। उन्होंने समाज के कमजोर वर्ग को मुख्यधारा में लाने का साहसिक काम किया। इतने संघर्ष के बीच भी उन्होंने अपने काम को साबित करके दिखाया। आज हमारे देश के नौजवान साथियों को उनके जीवन तथा दर्शन को अपनाने की बहुत जरूरत है।
उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने देश को बहुत कुछ दिया है। हर कोई उनकी तरह ही अपनी सोच का दायरे को बड़ा करे। पीएम ने कहा कि आज हमें जो दिख रहा है हो सकता हो उसके पीछे कोई बड़ा रास्ता हो। हमें उस रास्ते को डा.अम्बेडकर की तरह ही पाने के लिए लगे रहना पड़ेगा। पीएम, मोदी ने कहा कि शिक्षा से ही देश तथा विश्व का मार्ग प्रशस्त होगा। दीक्षांत समारोह की परंपरा तो गुरुकुल के समय से ही है। हमें इसका संपूर्ण लाभ लेना चाहिए।प्रधानमंत्री ने कहा कि आप की शिक्षा अधूरी है, अगर आपको ज्ञान नहीं है। इसका पता ही नहीं है कि क्या करना है, क्या नहीं करना है। क्या सही है और क्या गलत है। आपको क्या करना है और क्या नहीं करना हैए अगर मुझे समझाना पड़े तो आपका शिक्षित होना व्यर्थ है। शिक्षा का अपने घर, समाज, प्रदेश तथा देश के लिए प्रयोग करें। आपको महान होने से कोई भी ताकत नहीं रोक सकेगी।
पीएम ने कहा कि असफलता को भी सफलता की सीढिय़ों में बदलना चाहिए। असफलता ही सफलता में मदद करती है। जीवन में असफलता से डरना नहीं चाहिए। असफलता से सीखना चाहिए, तभी सफलता मिलेगी। विद्यार्थी जीवन के बाद अलग दुनिया होती है। जीवन की कसौटी शुरू होती है। उन्होंने कहा कि हम अकेले कुछ नही बन सकते। हमारे निर्माण में पूरे समाज का योगदान है। चाय बेचने वाले का भी पढ़ाई में योगदान होता है। समाज का हम पर कर्ज होता है। इसके लिए भी कुछ करने का इरादा ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।
उन्होंने कहा कि उपेक्षा के बीच भी हमको विचलित नहीं होना चाहिए। डॉ. अम्बेडकर ने अर्थशास्त्र में पीएचडी की थी। अमेरिका से पीएचडी करने वाले अम्बेडकर पहले भारतीय थे। जगह-जगह पर अपमानित होकर भी अम्बेडकर ने सफलता पाई थी। उनका ही कथन था, शिक्षा से प्रकाश का मार्ग मिलेगा। खुद दीपक बन जाओ,शिक्षा से अपने को प्रकाशित करो। पीएम ने स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर का उद्घाटन भी किया।