कांग्रेस की डूबती नैया की पतवार बनेगी ‘इंदिरा गांधी’

indira gandhiलखनऊ फरवरी। आजादी के आंदोलन के समय बेहद चर्चा में रहा इलाहाबाद का आनंद भवन फिर से राजनीति के केन्द्र में आयेगा। कांग्रेस पार्टी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 99वीं जयंती 19 नवंबर को इस साल शक्ति दिवस के रूप में मनाएगी। पार्टी इंदिरा गांधी के नाम के सहारे जनाधार को बढ़ाने की कोशिश करेगी।
इंदिरा गांधी की जन्मशती मनाने के फैसले की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इलाहाबाद इलाहबाद के स्वराज भवन जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस बात की जानकारी खुद दे दी है। इंदिरा गांधी का जन्म 19 नंवबर 1917 में इलाहाबाद के आनंद भवन में हुआ था, इसलिए आयोजन का केंद्र बिंदु आनंद भवन बनेगा। पार्टी का मकसद इंदिरा गांधी के जन्मशती के सहारे भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत के मंसूबे को ध्वस्त करना है। सोनिया गांधी ने आनंद भवन में कार्यक्रम के लिए प्रस्तावित स्थल को भी देखा।
इस साल इंदिरा की 99वीं जयंती है। यह जयंती इस बार शताब्दी वर्ष में प्रवेश करेगी। इंदिरा गांधी के कार्यकाल में देश ने कई महत्वूपर्ण उपलब्धियां हांसिल की है। कांग्रेस इस पर नये सिरे से चर्चा चाहती है। शक्ति दिवस के बहाने कांग्रेस पूरे देश को आंजादी के आंदोलन में नेहरू परिवार और पार्टी की भूमिका की चर्चा के साथ नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ भी घेरेबंदी करेगी। गौरतलब है कि आनंद भवन को संग्राहलय का स्वरूप दे दिया गया है। इसकी देखरेख ट्रस्ट करता है।