छात्रों को देशद्रोही बताना किसी हाल में सहन नहीं : नाज़िया

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कोलकाता। शैक्षिक संस्थानों  को भगवा राजनीति का अखाड़ा बनाने और मासूम छात्रों  के कैरियर से खिलवाड़ के विरुद्ध फोरम फॉर आरटी ​​आई एक्ट  एंड एंटी करप्शन की प्रमुख प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अधिवक्ता नाज़िया इलाही खान ने कोलकाता के प्रसिद्ध मौला अली क्रॉसिंग पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह का पुतला दहन किया । फोरम के हजारों कार्यकर्ताओं और जनता की एक बहु भीड़ इस अवसर पर एकत्रित थी जिसने छात्रों के अधिकार  के लिए फोरम की प्रमुख नाज़िया इलाही खान के कदम की प्रशंसा की। गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के विरुद्ध  नारों की गूंज में नाज़िया इलाही खान ने कहा कि छात्रों के कैरियर से खिलवाड़ करने,  उनके अधिकार की आवाज दबाने की हर कोशिश के खिलाफ वह अपनी टीम के साथ सीसा पिलाई हुई दीवार की तरह खड़ी रहेंगी – उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में अशिक्षित लोगों किबहुमत है वह कभी मद्रास विश्वविद्यालय को निशाना बनाते हैं तो कभी हैदराबाद विश्वविद्यालय में रोहित वीमोला की हत्या करते हैं और कभी जेएनयू के कन्हैया को विश्वासघाती कहते हैं। जेएनयू में हुई पुलिस कार्रवाई आपातकाल से भी बदतर थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि हर जगह आरएसएस की विचारधारा को लागू करने की कोशिश की जा रही है और शैक्षिक संस्थानों पर हमले किए जा रहे हैं  देश के विभिन्न भागों में छात्रों को निशाना बनाया जा रहा  है, ताक़त के घमंड छोर केंद्र सरकार धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के खिलाफ काम कर रही है और सही आवाज़ा उठाने वालों को देशद्रोही बताया जा रहा  है। एक तरह से देश में इमरजेंसी लगा दी गई है परन्तु  इस माहौल को अब और सहन  नहीं कया जा सकता है। शैक्षिक संस्थानों की स्वायत्तता को प्रभावित कर के, छात्रों, महिलाओं, पत्रकारों, अल्पसंख्यकों एवं र्कमज़ोरों की आवाज़ दबा कर भय का वातावरण पैदा कर के संघी प्रणाली लागु करने का प्रयास किया जा रहा है।
नाज़िया इलाही खान ने कहा की लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए देश के धर्मनिरपेक्षता के संरक्षण की प्रभारी आवाज शैक्षिक संस्थानों से उठी है। डिक्टेटरशिप के विरुद्ध एकजुट होकर धर्मनिरपेक्षता की रक्षा का भार हर व्यक्ति महसूस कर रहा है और वह अपने फोरम की टीम के साथ इस डिक्टेटरशिप के विरुद्ध सदैव आगे रहेंगी।