मोटापा मुक्त भारत के निर्माण के लिए संकल्पित है : स्वामी रामदेव

baba ramdevहरिद्वार मार्च। पतंजलि योगपीठ मोटापा मुक्त भारत निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है, इसके तहत पतंजलि योगपीठ ने मोटापा प्रबंध्न पर देश व्यापी एक वर्षीय अनुसंधन परक कार्ययोजना तैयार की है। कार्यक्रम को लक्षित करते हुए आज पतंजलि योगपीठ परिसर में पांच दिवसीय मोटापा प्रबंध्न पर राष्ट्रीय स्तर की अनुसंधन परक कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में देश भर से आमंत्रित एक हजार कार्यकर्ता प्रशिक्षित हो रहे हैं, जो आगामी वर्ष भर देश भर में घूम-घूम कर पतंजलि योगपीठ के मार्गदर्शन में मोटापा निवारण पर अनुसंधन स्तर का अभियान चलायेंगे। 03 से 07 मार्च तक चलने वाले इस शिविर का शुभारम्भ योगऋषि पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज के निर्देशन में शोध्-अनुसंधन की निदेशिका डॉ शरली टेल्लस ने किया।
पूज्य स्वामी जी महाराज ने कहा अभी औषध् िएवं आहार के नाम पर देश के लोगों को विकृतियां परोसी जा रही हैं, परिणामतः मोटापा सहित न जाने कितने रोग जीवन में डेरा डाल लेते हैं। उन्होने कहा दुख इस बात का है कि चिकित्सक जिसे ध्र ती का भगवान कहते हैं, वह भी रोगी को मात्रा एक उपभोक्ता समझकर उपचार करता है। स्वामी जी ने कहा मोटापा से ग्रस्त व्यक्ति की सम्पूर्ण शक्ति अपने शरीर को सम्हालने में लग जाती है, वह अपनी संपूर्ण ऊर्जा पर सोच ही नहीं पाता। मोटापा से मुक्त होकर व्यक्ति राष्ट्रसेवा, राष्ट्रनिर्माण में अपनी पूर्ण शक्ति का नियोजन करेगा, देश समृद्ध होगा।
स्वामी जी ने कहा जिस दिन ”रोगी हित अर्थात देश के हर नागरिक को स्वस्थ रखना चिकित्सक का सर्वोपरि दायित्व है” आरोग्य क्षेत्रा में सिद्धांत स्तर पर यह स्वीकृत हो जायेगा, उस दिन चिकित्सा प(तियों में संघर्ष पर विराम लगेगा ही, देश मानव संसाध्न नयी ऊर्जा से भर उठेगा।
पतंजलि योयपीठ के महामंत्राी श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज ने कहा पतंजलि योगपीठ आयुर्वेद और योग के माध्यम से अब तक करोड़ रोगियों का उपचार कर चुकी है। उन्होने कहा वैज्ञानिक मानदंडों पर खरा उतरने वाला योग-आयुर्वेद अब मोटापा मुक्त भारत के लिए संकल्पित है। पतंजलि योगपीठ द्वारा सम्पूर्ण भारत भर में इस दिशा में होने वाले शोध्स्तर के प्रयोगों से प्राप्त होने वाले निष्कर्ष जब वैश्विक स्तर पर पहुंचेंगे, तो वे विश्व में योग-आयुर्वेद का परचम लहराने में मदद करेंगे।
पतंजलि रिसर्च पफाउन्डेशन की निदेशक डॉú शरली टेल्लस का मानना है कि वंश परम्परा, तनाव तथा अनियमित आहार विहार से होता है मोटापा । उन्होंने योग व आयुर्वेद से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने पर बल दिया। डॉú टेल्लस ने ‘मोटापा के स्वस्थ जीवन के रूप में रूपान्तरण में योग-आयर्वेद की भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा’ कि आरोग्य मानवमात्रा का मौलिक और जन्मसि( अध्किार है। योग-प्राणायाम व आयुर्वेद से मोटापा घटने से देश का हर व्यक्ति स्वयं को स्वावलम्बी एवं समृद्धशाली बनाये रखने में सहज सपफल होगा।
ज्ञातव्य कि पतंजलि योगपीठ मोटापा मुक्त भारत के लिए आगामी एक वर्षीय राष्ट्रव्यापी अभियान प्रारम्भ कर रहा है, इसी क्रम में यह कार्यशाला आयोजित है, जिसमें देश भर से लगभग एक हजार प्रतिभायें मोटापा मुक्ति पर शोध्-अनुसंधन परक प्रशिक्षण ले रही हैं।