लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सोशल मीडिया से समाज में बड़े पैमाने पर बदलाव आ रहा है। इस माध्यम का उपयोग करते हुए जहां लोग आर्थिक प्रगति के नये आयाम छू रहे हैं, वहीं इसके दुरुपयोग की भी आशंका बढ़ रही है। सोशल मीडिया को प्रदेश के छोटे कारोबारियों के लिए उनके उत्पादों को विश्वस्तर तक पहुंचाने का ताकतवर माध्यम बताते हुए उन्होंने कहा कि फेसबुक सहित तमाम सोशल मीडिया के मंचों का इस्तेमाल प्रदेश के विकास के लिए किया जाना चाहिए।
श्री यादव देश में पहली बार शुरु किए गए बूस्ट ऑफ योर बिजनेस इनीशियेटिव कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश के विकास एवं परियोजनाओं को समय से पूरा करने के लिए तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। एक प्रकार से सूचना तकनीक समाजवादी विचारधारा को मूर्तरूप प्रदान करने का काम कर रही है, क्योंकि यह सभी को समान अवसर प्रदान करती है। इससे आम जनता को भी सशक्त बनने का मौका मिलता है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क वितरित किए गए लैपटॉप का जिक्र करते हुए कहा कि ये लैपटॉप दूर-दराज के इलाकों के लोगों के लिए जानकारी प्राप्त करने का उपयोगी माध्यम साबित हो रहे हैं। इस प्रकार ये लैपटॉप लोगों को बराबरी का अवसर प्राप्त करने में मदद कर रहे हैं। राज्य सरकार नये विचारों को लगातार आगे बढ़ाने एवं उनका उपयोग शासन एवं प्रशासन की कार्य प्रणाली में कर रही है।
श्री यादव ने कहा कि यह देश एवं प्रदेश महान है। शून्य की खोज इसी देश की देन है। जीरो के महत्व से सभी परिचित हैं। उन्होंने कहा कि पिछले करीब 25 साल के दौरान में देश और प्रदेश में काफी बदलाव आया है। इसके बावजूद अभी भी बहुत लम्बा रास्ता तय करना है। यह तभी सम्भव है जब नयी ऊंचाइयों को पाने के लिए लगातार कोशिश की जाए।
श्री यादव ने कहा कि आज सोशल मीडिया के माध्यम से एक बार फिर यहां के लोगों को पूरे विश्व में छा जाने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने वाराणसी की एक मिठाई की दुकान का उल्लेख करते हुए कहा कि 128 साल पुरानी यह दुकान मैक डॉनल्ड से काफी पहले कायम हो चुकी थी, लेकिन तकनीक का प्रयोग न करने के कारण यह प्रचार में पिछड़ गई थी। अब फेसबुक के माध्यम से इस दुकान को भी विश्वस्तर पर जाना जाएगा। इससे जहां इसके ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी, वहीं देश एवं प्रदेश का नाम भी रौशन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के तमाम जनपद अपने खास उत्पाद के लिए जाने जाते हंै। यही उत्पाद इन जिलों की अर्थव्यवस्था के मूल आधार भी हैं। लेकिन तकनीक का प्रयोग न करने के कारण इन्हें सीमित बाजार मिल पा रहा है। उन्होंने कन्नौज के इत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि यहां प्रत्येक व्यवसायी के इत्र की गुणवत्ता एवं सुगंध अलग-अलग होती है। अभी तक कन्नौज के इत्र व्यापार की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर वैसी पहचान नहीं बन पायी थी, जिसका वह हकदार है। राज्य सरकार के सहयोग से अब इस व्यापार को अन्तर्राष्ट्रीय एक्पोजर मिल रहा है। इसी प्रकार फिरोजाबाद, सहारनपुर, मेरठ, वाराणसी आदि जनपदों में बनने वाले विभिन्न उत्पादों को भी सोशल मीडिया के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है, जिससे इन उत्पादों को नये बाजार एवं उपभोक्ता मिल सकें।