आरएसएस का बदलेगा चोला: नहीं चलेगी हाफ पतलून

rss-app.नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं की पहचान अब खाकी हाफपैंट से नहीं बल्कि नीली या भूरे रंग की पैंट से होगी। युवाओं की भावनाओं का सम्मान करने की कवायद के तहत कार्यकर्ताओं के पहनावे में बड़े बदलाव की तैयारी हो चुकी। संघ के सूत्रों ने बताया कि इस बारे में अंतिम निर्णय लिया जा चुका है।
संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय वार्षिक बैठक के दौरान यह सहमति बनी। कई दशकों से ढीली खाकी हाफपैंट संघ की खास पहचान रही है। संघ का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि इसे बदला जाए, हालांकि कुछ पुराने कार्यकर्ताओं का अब भी यही कहना है कि फैशन के साथ बदलने की कोई आवश्यकता नहीं। बड़ी संख्या में सुझाव दिए गए हैं कि खाकी के स्थान पर नीली या भूरे रंग की पैंट को पहनावे में शामिल किया जाना चाहिए ताकि नई पीढ़ी की भावनाओं को भी सम्मान मिले जो अब संघ की शाखाओं में बड़ी संख्या में आ रहे हैं। पहनावे में बदलाव के लिए संघ के पिछले वर्ष हुए वार्षिक सम्मेलन में भी चर्चा हुई थी। आरएसएस अपने आईटी प्रोफेशनल सदस्यों को शाखाओं में फुल पैंट पहनने की अनुमति पहले ही दे चुका है।