मुख्य सचिव बोले: यूपी में हो हस्तशिल्प सम्मेलन

alok ranjanलखनऊ। यूपी के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने प्रदेश के लगभग 15 लाख से हस्तशिल्प उद्यमियों को प्रदेश सरकार की योजनाओं से लाभान्वित कराने एवं योजनाओं की जानकारी दिलाने हेतु आगामी 30 अप्रैल को एक वृहद् हस्तशिल्प सम्मेलन का आयोजन कराया जाये। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर आयोजित उद्योग बन्धु की बैठकों में जिलाधिकारी स्वयं भाग लेकर उद्यमियों की समस्याओं का समाधान विशेष रुचि लेकर करायें। उन्होंने कहा कि यह प्रत्येक दशा में सुनिश्चित कराया जाये कि उद्यमियों को उद्योग बन्धु के अतिरिक्त किसी भी कार्यालय में एनओसी आदि प्राप्त करने के लिये चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि प्रदेश सरकार ने उन्हें शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन पारदर्शिता के साथ कराने हेतु खुली छूट दी है, जिसका भरपूर उपयोग कर पात्र नागरिकों को लाभान्वित कराने में कोई कोर कसर न उठा रखी जाये। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में सूखे से प्रभावित किसानों की मदद करने हेतु बुन्देलखण्ड में तैनात अधिकारी विशेष रुचि लेकर शासकीय योजनाओं से लाभान्वित कराना सुनिश्चित करें।
मुख्य सचिव आज यहां तिलक हाल में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समस्त जिलाधिकारी विशेष रुचि लेकर अपने-अपने जनपद में खुले में शौच मुक्त कराने हेतु आवश्यकतानुसार शौचालय का निर्माण प्राथमिकता से कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की उपलब्धियों एवं जनकल्याणकारी कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु ग्राम स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि सूचना विभाग द्वारा प्रत्येक जनपद में एलईडी युक्त भेजी जा रही है, जिसको सार्वजनिक स्थानों पर खड़ा कराकर योजनाओं की जानकारी आम नागरिकों तक पहुंचाने हेतु सार्थक प्रयास सुनिश्चित किये जायें। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं और अधिक गति देकर निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराकर जनोपयोगी बनाया जाये।
श्री रंजन ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री जल बचाव योजनाÓ के अन्तर्गत अधिक से अधिक तालाबों की खुदाई का कार्य कराकर जल संचय के कार्य प्राथमिकता कराया जाये तथा प्रदेश के राजस्व अभिलेखों में दर्ज तालाबों एवं पोखरों की खुदाई कराने के अभियान में आम नागरिकों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजनान्तर्गत नदियों, झीलों, तालाबों का पुनरुद्धार का कार्य कराया जाये।