नई दिल्ली। उत्तराखंड के बाद अब मणिपुर कांग्रेस मेें कलह मच गई है। 25 विधायकों ने मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के खिलाफ आवाज उठाई है। कुछ मंत्रियों को हटाने से नाराज विधायकों ने इबोबी से केबिनेट में बदलाव की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इबोबी को दिल्ली तलब कर हालात की जानकारी ली और किसी भी सूरत में हालात काबू में करने को कहा।
नाराज विधायकों ने इबोबी से कहा कि है कि वे उनकी मांग मान लें, नहीं तो मुश्किलों का सामना करने को तैयार रहें। विधायकों का कहना है कि मुख्यमंत्री उनकी बात नहीं सुनते।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल और रणदीप सुरजेवाला ने इसे भाजपा की साजिश बताया। उन्होंने कहा कि यह मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत एजेंडे के तहत की जाने वाली कोशिशें हैं। पार्टी इसका विरोध करेगी।
मणिपुर में 2012 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 60 में से 42 सीटें जीती थीं। 2014 में मणिपुर स्टेट कांग्रेस पार्टी के पांच विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। बाद में पांचों विधायकों की सदस्यता खत्म हो गई थी और 2015 में फिर उपचुनाव हुए। इसमें भाजपा ने पहली बार 2 सीटें जीतीं।