भागवत बोले: जेपी भी संघियों के कायल थे

Mohan-Bhagwant-लखनऊ। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के सर संघ चालक मोहन भागवत का दावा है कि लोक नायक जय प्रकाश नारायण जेपी भी स्वंय सेवकों के कार्य के बड़े प्रशंसक थे। मोहन भागवत का आज लखनऊ में प्रवास का दूसरा दिन है।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने लखनऊ में संजय गांधी पीजीआई के सामने माधव सेवाश्रम के नये भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संघ समाज की पीड़ा दूर करता है। इन दिनों समाज काफी तेजी से स्वयंसेवक संघ से जुड़ रहा है। उन्होंने कहा कि संघ के स्वंय सेवकों के सेवा भाव के लोक नायक जय प्रकाश नारायण भी बहुत कायल थे। मोहन भागवत ने कहा स्वयंसेवक स्वयं की भावना से काम करते हैं। यह देश में अपनी सेवा देने को कहीं पर भी जाने से गुरेज नहीं करते हैं। सेवा ही अपना धर्म मानने वाले स्वयं सेवक मेवा पाने के लिए काम नहीं करते है। आरएसएस का पहला काम सेवा करना है। 1925 में इसकी स्थापना के बाद से सेवा चल रही है। भागवत ने कहा कि मनुष्य मे संवेदना होगी तो सेवा करेगा। यह सभी की सेवा करने वाली संस्था है।
उन्होंने कहा कि स्वंय सेवक देश की सेवा में लगा है। आरएसएस का मुख्य उद्देश्य देश के सभी लोगों के पास रोटी, कपड़ा और मकान का है। देश में शिक्षा व स्वास्थ्य सबका अधिकार है। संघ का उद्देश्य सबको अधिकार दिलाना है। संघ के लोग समाज और देश के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो केवल अपने लिए जो जीता है वह पशु है। अगर मानव है तो संवेदना होगी।