विमल शंकर झा। लोकप्रिय खेलों के लिए एक पुराना रोचक जुमला है- क्रिकेट बाई चांस टेनिस बाई डांस, फुटबाल बाई किक हाकी बाई स्टिक । टी-20 वल्र्ड कप क्रिकेट में कैचेस विद द मैचेस का यह जादू सुपर टेन मुकाबले क्वार्टर फायनल राउंड के आखिरी मुकाबले भारत और आस्टे्रलिया के मैच तक बना रहा। फिर चाहे पंडया की बाल पर आउट होने वाले फिंच का शिखर धवन द््वारा लिया गया लाजवाब कैच हो या फिर युवराज का वाटसन द्वारा लिया गया टेकइन कैच हो। कैचेस ही नहीं बल्कि बालिंग, बैटिंग, फील्डिंग और सुपर हीरो के मामले में कई मैच यादगार रहे। शेर की तरह मुकाबला करने वाले बांगलादेश पर भारत की महज 1 रन से रोमांचक जीत और सुपर हीरो विराट कोहली की 81 रनों की धमाकेदार पारी से भारत को सेमीफायनल में पहुंचाने वाले के लिए याद किये जाने वाले भारत-आस्ट्रेलिया का मैच हो या फिर वेस्टइंडीज पर अफगानिस्तान की हैरतअंगेज जीत ही क्यों न हो। क्वार्टर फायनल राउंड के बाद अब वल्र्डकप अपने क्लाईमेक्स की ओर बढ़ रहा है। क्रिकेटप्रेमियों को अब बेसब्री से सेमीफायनल राउंड का इंतजार है। वल्र्डकप 2016 का कौन होगा चैंम्पियन ? भारत या अन्य तीन देश ? दो दिनों तक लोग इस उधेड़बुन में लगे रहेंगे। किक्रेट कुंभ को लेकर प्रतिदं्वद्वी पड़ोसी के बाहर होने से मौजूदा दौर में हमारे देश के लोगों का एक वह चाम्र्स जाता रहा है जिसमें लोग एक बार फिर भारत -पाकिस्तान के युद्धमय मुकाबले की आस लगाए हुए थे। बहरहाल सुपर दस में सेमीफायनल में पहुंची सभी टांप फोर टीमें मजबूत और दमखम वाली हैं। कब किसका बल्ला और फिरकी चल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। पहले सेमीफायनल में बुधवार को न्यूजीलैंड-इंगलैंड फिरोजशाह कोटला मैदान दिल्ली और दूसरे सेमीफायनल में गुरुवार को भारत -वेस्टइंडीज की टीमें वानखेड़े स्टेडिय में जब भिड़ेंगीं तो क्रिकेट का रोमांच अपने चरम पर होगा। नतीजों पर पूरी दुनिया की नजर रहेगी। दोनों मुकाबलों में कौन टीमें जीतेंगी और ईडन गार्डन में तीन अप्रेल के फायनल में कौन सी दो टीमें विनर ट्राफी के लिए जूझेंगी और सरताज कौन बनेगा इसे लेकर तीन साल के रिंकू से लेकर सौ साल के डेविड थांपसन तक अपना बीपी बढ़ाने में लगे हैं। क्या वह टीम भारत होगी? 07 में चैंपियन रह चुकी भारत में दोबारा विनर बनने की सारी काबिलियत है। उसकी बैंिटंग, बालिंग और फील्डिंग बेहतरीन है। क्वार्टर फायनल राउंड में उसने बांगलादेश और आस्टे्रलिया को कांटे की टक्कर में हराया वहीं पाकिस्तान से मुकाबला बहुत कठिन नहीं था। सेमीफायनल में वेस्टइंडीज से अपनी भिड़ंत में इंडिया को पूरे दमखम और माइंड गेम के साथ खेलना होगा। टीम का मनोबल बढ़ा हुआ है, वेस्टइंडीज से जीतने पर फायनल में उसकी राह थोड़ी आसान हो सकती है। मगर वेस्टइंडीज मजबूत टीम है। फिर सेमीफायनल जीतने पर उसका इंगलैंड के शिकस्त होने पर न्यूजीलैंड से फायनल मुकाबला हो सकता है। न्यूजीलैंड मजबूत टीम है और क्यावर्टर फायनल में भारत को हरा चुकी है। वह अब तक एक बार भी चैंपियन नहीं बनी है। सो वह पूरी ताकत से खेल यह सुनहरा मौका गंवाना नहीं चाहेगी। लिहाजा उसे संभलकर खेलना होगा। रोहित, रैना, युवराज और धोनी का बल्ला अब तक बहुत नहीं चला है। जरुरी नहीं कि 12 मैचों की तरह विराट सेमी व फायनल दोनों में सुपरमैन की तरह खेलें। लिहाजा बाकी बल्लेबाज यदि दमखम दिखाएंगे और आश्विन- नेहरा की जोड़ी चल गई तो भारत एक बार फिर इतिहास दोहरा सकता है। मगर उसकी राह आसान नहीं है। पहली परीक्षा उसे 1983 में 60 ओवर वाले वल्र्ड कप फायनल मेें अपने से शिकस्त खाने वाले वेस्टइंडीज से सेमीफायनल के रुप में देना है। प्रतिदं्वद्वी टीम क्वार्टर फायनल मुकाबले के 4 मैचों में तीन जीती है। इंगलैंड, लंका और अफ्रीका जैसी बड़ी टीमों को उसने भारत के मुकाबले बड़े अंतर से हराया है। महज अफगानिस्तान से ही उसे शर्मनाक हार झेलनी पड़ी। भारत के भष्यिय का इंगलैंड और न्यूजीलैंड के बीच पहले न्यूजीलैंड और इंगलैंड के बीच होने वाले सेमीफायनल मुकाबले से जुड़ा है। तीस तारीख को तय हो चुका होगा कि भारत को दोनों में किस देश के साथ फायनल खेलना है। इसलिए तस्वीर साफ होने के कारण टीम इंडिया को रणनीतिक समझ के साथ प्लानिंग से खेलना होगा। जहां तक न्यूजीलैंड का सवाल है तो सुपर टेन मुकाबले में कमजोर टीम बांगला देश केे साथ मजबूत तीनों मजबूत टीमों लंका, पाकिस्तान और आस्ट्रेलिया को बड़े अंतर से पराजित कर अपनी अपराजेयता सिद्ध की है। क्या उसका यह अश्वमेघ अभियान आगे भी जारी रहेगा? अब तक हुए टी-20 चैंपियन टीमों में 2007 की विनर भारत केे अलावा 011 में इंगलैंड, 013 में वेस्टइंडीज और 015 में श्रीलंका शामिल हैं। चारों मजबूत टीमें फायनल जीत चुकी हैं,मगर दो अन्य मजबूत टीमें आस्टे्रलिया और न्यूजीलैंड के लिये वल्र्ड कप ट्राफी अब तक सपना बनी हुई है। आस्टे्रलिया दो बार सेमीफायनल में पहुंचकर भी फायनल ट्राफी से दूर रहा। एक बार तो वह फायनल पहुंचकर भी अपनी परंपरागत प्रतिद्ंवंद्वी टीम इंगलैंड से हार चुका है। पांचवे वल्र्डकप में क्रि केट समीक्षक उसे एक विनर टीम के रुप में देख रहे थे मगर उसे क्वार्टर फायनल में ही खेत रहना पड़ा। जंगी मुकाबले में टीम इंडिया ने उसके सपने चकनाचूर कर दिेए। इस वल्र्डकप के दिलचस्प मुकबलों की तरह कुछ ऐसे खिलाड़ी अब किक्रेट की सुनहरी याद बनकर रह जाएंगे। भारत के खिलाफ 23 रन देकर 2 विकेट लेने और 18 रन पर नाबाद रहने वाले आस्टे्रलिया के हरफौना खिलाड़ी वाटसन का यह आखिरी मैच था। इसी तरह वेस्टइंडीज के क्रिस गेल का सन्यास ले सकते हैं।