लखनऊ -वाराणसी फोरलेन निर्माण में गड़बड़ी

highways_roadsसुलतानपुर। जिले से होकर गुजर रही प्रस्तावित लखनऊ . वाराणसी फोरलेन निर्माण के शुरुआती चरण में ही विवादों में घिर गयी है। फसलों से खाली हो रहे खेतों में फोरलेन के निर्माण के लिये समतलीकरण का काम शुरू हो गया है। पर ए कार्यदायी संस्था की मनमानी से किसानों में आक्रोश है। आरोप है कि निर्माण एजेंसी उन जमीनों का भी समतलीकरण करने पर आमादा है एजिनका न तो गजट हुआ है और न ही उन भू . स्वामियों को इसका मुआवजा ही मिला है। संस्था की मनमानी की शिकायत जिलाधिकारी से की गयी है। कई स्थानों पर किसानों ने इसका विरोध भी शुरू कर दिया है। मामला तहसील मुख्यालय से सटे सेमरी राजापुर गांव का है। लम्भुआ कस्बा निवासी पूर्व शिक्षक कल्लू राम का नाम राजस्व अभिलेखों में सेमरी राजापुर के गाटा संख्या 873 के भू स्वामी के रूप में दर्ज है। 0. 2 010 हेक्टेयर के इस खाते से सिर्फ 0. 0092 हेक्टेयर भूमि का सरकार ने सड़क निर्माण के लिये गजट कराया था। उसी गजट के सापेक्ष कल्लू राम को मुआवजा भी मिला। पर एकार्यदायी संस्था इनके पूरे भूखंड का समतलीकरण करने के लिये आमादा है। इसी प्रकार कस्बा निवासी प्रेमा देवी भी गाटा संख्या 875 की भू . स्वामी हैं। 0. 0360 हेक्टेयर के इस भूखंड से सिर्फ 0ण् 0232 हेक्टेयर का अधिग्रहण किया गया है। आरोप है कि आधुनिक मशीन के जरिये कार्यदायी संस्था पूरे भूखंड का निर्माण के लिये समतलीकरण करने पर आमादा है। किसानों ने जिलाधिकारी के जनता दर्शन में पहुंच कर मामले की शिकायत की है। उधर एगाटा संख्या 872 रघुबर दयाल व गया प्रसाद मिश्र के नाम दर्ज है। इस भूखंड का न तो गजट हुआ है और न ही भू . स्वामी को इसका मुआवजा मिला है। फिर भी कार्यदायी संस्था के बुलडोजर का रूख इनके खेत की तरफ है। मौके पर पहुंचे भू . स्वामी के परिजनों ने इसका विरोध किया तो उनके खेत की मेंड़ तक समतलीकरण का काम रूक गया। फिर भी किसानों को आशंका सता रही है कि उनके खेत से जबरन सड़क ले जाई जा सकती है।