पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने आर्मी तैयारी में

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नई दिल्ली (आरएनएस)। पाकिस्तान की किसी भी हरकत का तुरंत जवाब देने के लिए आर्मी लगातार तैयारी कर रही है। ‘प्रोएक्टिव वॉर स्ट्रैटेजीÓ के तहत आर्मी बड़े पैमाने पर थार के रेगिस्तान में मिलिट्री एक्सरसाइज होगी। इस महीने के आखिरी में इसकी शुरुआत की जा सकती है। ‘शत्रुजीतÓ का मकसद है दुश्मन को तुरंत और मुंहतोड़ जवाब देना। पाकिस्तान के पास शाहीन और गौरी सीरीज की लंबी दूरी तक वार करने वाली कई मिसाइले हैं। लेकिन वह अक्सर 60 किमी तक वार करने वाली नस्र (हत्फ-9) मिसाइल को प्यूटोनियम वॉरहेड्स के साथ टेस्ट करता रहता है। पाकिस्तानी न्यूक्लियर मिसाइल नस्र का जवाब देने की भी तैयारी हो रही है। इस पाकिस्तानी मिसाइल का मकसद कन्वेंशनल वॉर के वक्त इस्तेमाल होने वाले हथियारों में भारत की बराबरी करना है। पाकिस्तान हमेशा से इस बात की धमकी देते रहता है कि उसने छोटे एटमी हथियार बना लिए हैं। एक्सरसाइज की अगुआई मथुरा बेस्ड 1 ष्टशह्म्श्चह्य कर रही है। आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग जल्द ही शत्रुजीत के फाइनल फेज का रिव्यू करने वाले हैं। डिफेंस मिनिस्ट्री इस एक्सरसाइज में आर्मी के अलावा आम्र्ड, ऑर्टिलरी और इनफैंट्री यूनिट शामिल होंगी। एक्सरसाइज न्यूक्लियर, बॉयोलॉजिकल, केमिकल वॉर के माहौल में किया जाएगा। राजस्थान में पाकिस्तान से सटी बॉर्डर पर आर्मी 5 महीने के अंदर दूसरी बार इतनी बड़ी एक्सरसाइज करने जा रही है। जैसलमेर और बाड़मेर के 400 स्क्वेयर किलोमीटर एरिया में पिछले साल नवंबर में एक्सरसाइज हुई थी। उस दौरान पहली बार 50 हजार से ज्यादा आर्मीमैन जुटे थे। इनमें कई अफसर भी शामिल हैं। उस ड्रिल को ‘बाज गतिÓ नाम दिया गया था। 39 हजार अफसरों और 11.3 लाख जवानों के साथ इंडियन आर्मी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना है। आर्मी के पास 14 कोर हैं। इनमें मथुरा, अंबाला और भोपाल में स्ट्राइक कोर है। 2001 में ऑपरेशन ‘पराक्रमÓ के दौरान आर्मी के ‘स्लो मोबलाइजेशनÓ की वजह से दो बड़े बदलाव किए गए। ‘कोल्ड डॉक्ट्रिनÓ थ्योरी पर विचार हुआ, ताकि हमले का जवाब देने के लिए ट्रूप्स तेजी से बढ़ सकें। 2005 में जयपुर में 6ह्लद्ध ऑपरेशनल कमांड बनाई गई, ताकि वेस्टर्न बॉर्डर पर दुश्मन को हमले के हालात में करारा जवाब दिया जा सके।