सोम की यात्रा पर प्रशासन सख्त: लगाई रोक

sangeet-som-bjp-लखनऊ। यूपी के कैराना में सियासत लगातार गरमाती जा रही है। सरधना से भारतीय जनता पार्टी के विधायक संगीत सोम की कैराना तक होने वाली निर्भय यात्रा को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तनाव और आशंका का माहौल है। सरधना से कैराना की दूरी करीब 50 किलोमीटर है। हालांकि प्रशासन ने उनकी इस यात्रा पर रोक लगाई है।
प्रशासन ने यात्रा को देखते हुए मेरठ और शामली में धारा 144 लगा दी गई है। आसपास की सीमाओं को भी सील कर दिया है। हालांकि, संगीत सोम ने कहा है कि वह कैराना के लिए अपनी पैदल निर्भय यात्रा निकालकर रहेंगे, क्योंकि उनकी यह यात्रा शांतिपूर्ण है।
यह पैदल यात्रा 42 किमी की बताई जा रही है। विधायक संगीत सोम का कहना है कि प्रशासन ने पूरे इलाके की नाकेबंदी कर दी है, जो सही नहीं है। सोम का दावा है कि उनकी यह यात्रा शांतिपूर्ण रहेगी। बताया जा रहा है कि इस यात्रा में 5,000 से ज्यादा कार्यकर्ता शामिल हो सकते हैं।
प्रशासन ने कहा है कि इस यात्रा से इलाके का माहौल खराब हो सकता है, इसलिए यह यात्रा न निकाली जाए। अधिकारियों ने संगीत सोम से यात्रा को स्थगित करने की अपील की है। वहीं भाजपा अध्यक्ष केशव मौर्या का भी एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि संगीत सोम की यात्रा से भाजपा का कोई लेनादेना नहीं है, यह उनकी निजी यात्रा है।
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता अतुल प्रधान ने भी शुक्रवार को कैराना मे सदभावना यात्रा निकालने का ऐलान किया है। प्रधान ने समर्थकों संग सिटी प्वाइंट में डेरा डाल दिया है।
निर्भय यात्रा पर भाजपा में ही दो फाड़ हो गया है। जहां सोम और उनके समर्थन इस यात्रा पर अड़े हुए हैं, वहीं कैराना से हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाने वाले भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने इस यात्रा पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि इस तरह की यात्रा से इलाके का माहौल खराब हो सकता है।
उधर, कैराना मामले में भाजपा की जांच रिपोर्ट आ गई है, जिसे शुक्रवार को ही राज्यपाल राम नाईक को सौंपा जाना है, जबकि कैराना, दादरी और लखनऊ की कानून-व्यवस्था पर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से रिपोर्ट मांगी है, जिसे वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सौंपेगे।संगीत सोम ने समाजवादी पार्टी पर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कैराना को किसी भी कीमत पर हम कश्मीर नहीं बनने देंगे।