झटके पर झटका: राहुल की अमेठी से नैट्रिप की विदाई

rahulआशुतोष मिश्र, अमेठी। कांग्रेस के युवराज और अमेठी से सांसद राहुल गांधी को मोदी सरकार ने एक और झटका दे दिया है। यूपीए सरकार में अमेठी में लगने वाले नेशनल ऑटोमेटिव टेस्टिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट याानि नैट्रिप की स्थापना पर रोक लगा दी है। इस बारे में केन्द्र सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय ने यूपी सरकार को पत्र देकर कहा है कि इस प्रोजेक्ट के लिए दी गयी जमीन को सरेंडर किया जा रहा है। मालूम हो कि यूपीए सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय ने वर्ष 2012 में अमेठी को नैट्रिप का तोहफा दिया था। प्रोजेक्ट को मंजूरी देने के बाद केन्द्र ने जिला प्रशासन से करीब 125 एकड़ जमीन मांगाी थी। प्रशासन ने भादर ब्लाक के त्रिसुंडी में यूपीएसआईडीसी की 120.74 एकड़ जमीन पर निशान लगाया था। 5 फरवरी 2013 को इसे नैट्रिप को आवंटित कर दिया गया। भारी उद्योग मंत्रालय ने 31 दिसम्बर 2013 को यूपीएसआईडीसी को जमीन का भुगतान कर दिया था। इसके बाद प्रशासन ने नैट्रिप से भूमि की लीज डीड पूरी करने के लिए कहा। जिससे जमीन पर कब्जा दिया जा सके। यह प्रक्रिया अभी चल ही रही थी कि मोदी सरकार ने इसे बंद करने का फैसला सुना दिया। एक के बाद एक प्रोजेक्ट के इस तरह से अमेठी से जाने पर क्षेत्रवासी मोदी को कम राहुल गांधी को ज्यादा जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका मानना है कि राहुल गांधी की लापरवाही और क्षेत्र पर ध्यान नहीं देने के कारण ऐसा हो रहा है। अमेठी क्षेत्र के हनुमान गुप्ता का कहना है कि अगर राहुल गांधी इन प्रोजेक्टों पर ध्यान देते और तेजी से काम के लिए अफसरों को कहते तो जरूर यह प्रोजेक्ट यहां से नहीं जाता।