चौधरी बोले: बसपा अपने राज का देखे क्राइम चार्ट

Rajendra-Chaudhryलखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि बसपा अध्यक्ष की बस एक ही राम कहानी रहती है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर राष्ट्रपतिराज लगा दिया जाए। निश्चित ही उन्होंने न तो संविधान पढ़ा है और न ही किसी ने उन्हें राष्ट्रपति शासन के प्राविधानों के बारे में जानकारी दी है अन्यथा वे ऐसी अनर्गल बात नही करती। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूर्णतया नियंत्रण में है और यहाँ बहुमत की सरकार है। बसपा अध्यक्ष को अपने अंधेरराज के क्राइम चार्ट देख लेने चाहिए क्योंकि अपहरण, बलात्कार, लूट और हत्या के मामलों में उसके ही विधायक मंत्री जेल गए थे। खुद एक समय बसपा प्रमुख ने माना था कि उनकी पार्टी में पाँच सौ अपराधी शामिल हैं। बसपा अध्यक्ष अपना पुराना घिसापिटा आरोप भी बार-बार दुहरा चुकी है कि भाजपा सपा में सांठगांठ है। यह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ करना है। यह भी कि बसपा अध्यक्ष को मुख्यमंत्री की कुर्सी भाजपा के समर्थन से ही हासिल हुई थी जिसकी कृतज्ञता जताने के लिए वे गुजरात में श्री मोदी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने भी गई थी। भाजपा-बसपा के बीच भाई-बहन का पुराना रिश्ता रहा है और अभी अगस्त में जब रक्षाबंधन का त्यौहार आएगा फिर वह रिश्ते बहाल किये जाने की संभावना हो सकती है। समाजवादी पार्टी में अपराधियों के होने की बात वही कर सकता है जिसे इस दल की तनिक भी जानकारी न हो। विधानसभा चुनाव के दौर में बड़े अपराधिक छवि के व्यक्ति को मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने शामिल करने से साफ मना कर दिया था और अभी पिछले दिनों भी उन्होंने एक ऐसे ही दल के विलय प्रस्ताव को लाल झंडी दिखा दी थी। श्री अखिलेश यादव इस मामले में बहुत सख्त है कि किसी भी अपराधी को समाजवादी पार्टी में संरक्षण नही मिल सकता।
उत्तर प्रदेश में बाहरी उद्योगपति पूँजी निवेश के लिए आ रहे हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी होने पर कोई यहाँ क्यों उद्योग लगाने आएगा ? श्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में विकास की नई योजनांए लागू की है जिसका अनुसरण दूसरे प्रदेश में भी हो रहा है। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का संकल्प लिया है और उस दिशा में सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।बसपा अध्यक्ष के बेबुनियाद और निराधार घिसे-पिटे बयानों के बारे में प्रदेश की जनता खूब जानती है।