मोदी मंत्रिमंडल का फेरबदल आज: कुछ नये चेहरे होंगे शामिल

cabinateनई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल करने वाले हैं। मई 2014 में सत्ता संभालने के बाद मोदी मंत्रिमंडल में यह सबसे बड़ा फेरबदल होगा। जिसमें छह मंत्रियों की छुट्टी होगी और 18 नए चेहरे शामिल किए जाएंगे। यह जानकारी पार्टी सूत्रों ने दी है।
मंत्री बनने वाले नेता राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और उत्तराखंड से सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंच चुके हैं, और इनमें से कुछ ने इस बात की पुष्टि की कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें बुलाया है। इन सभी ने अपराह्न अमित शाह से चाय पर मुलाकात की।
सरकार के प्रधान प्रवक्ता, फ्रैंक नोरोन्हा ने ट्वीट कर बताया, मंत्रिमंडल में विस्तार कल (मंगलवार) पूर्वाह्न 11 बजे होगा। उन्होंने हालांकि इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। सूत्रों ने कहा कि 15 से अधिक नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है और स्वतंत्र प्रभार वाले चार मंत्रियों की प्रोन्नति हो सकती है। हालांकि एक सूत्र ने मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नए चेहरों की संख्या 18 बताई।
एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि किसी भी नए मंत्री को कैबिनेट दर्जा नहीं मिलेगा। स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्री पीयूष गोयल (बिजली, कोयला और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा), धर्मेंद्र प्रधान (पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस), निर्मला सीतारमण (उद्योग एवं वाणिज्य) और मुख्तार अब्बास नकवी (अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री) की पदोन्नति हो सकती है।
लोकसभा से संभावित नए चेहरों में अर्जुन राम मेघवाल, पी.पी.चौधरी, और सुभाष चंद्र बहेरिया (सभी राजस्थान), अनुप्रिया पटेल, महेंद्र नाथ पांडेय और कृष्ण राज (सभी उत्तर प्रदेश), अजय टम्टा (उत्तराखंड), एस.एस.अहलूवालिया (पश्चिम बंगाल), मनसुख भाई वासवा और जसवंत सिंह भाभोर (दोनों गुजरात) और रमेश चंदप्पा जिगाजिनागी (कर्नाटक) शामिल हो सकते हैं।

राज्यसभा से संभावित नए मंत्रियों में अनिल देसाई और रामदास आठवले महाराष्ट्र, पुरुषोत्तम रूपाला गुजरात, फग्गन सिंह कुलस्ते, एम.जे. अकबर और अनिल माधव दवे सभी मध्य प्रदेश और दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजय गोयल हो सकते हैं। सरकार द्वारा मंत्रिमंडल में फेरबदल की घोषणा किए जाने के बाद इन सभी ने शाह से मुलाकात की। एक सूत्र ने कहा, कम से कम छह मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है।

जिन मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है, उनमें अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला (कैबिनेट), और राज्यमंत्रियों में सांवर लाल जाट (जल संसाधन), निहालचंद (पंचायती राज), राम शंकर कठेरिया (एचआरडी), मनसुख भाई वासवा (जनजाति मामले), और मोहनभाई कुंदरिया (कृषि) हो सकते हैं।

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के आठवले और शिव सेना के अनिल देसाई को छोड़कर बाकी सभी भाजपा से हैं। मौजूदा समय में प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय कैबिनेट में 64 मंत्री हैं। मंत्रिमंडल में अधिकतम 81 मंत्री हो सकते हैं।
इस बार मंत्री बनने वालों को प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन जाने के बदले भाजपा अध्यक्ष शाह ने सूचित किया कि उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। शाह और भाजपा महासचिव रामलाल ने बाद में आरएसएस नेताओं से मुलाकात की, और कथित तौर पर सरकार के इस कदम के बारे में उन्हें जानकाररी दी।
प्रधानमंत्री ने 30 जून को अपने मंत्रियों से मुलाकात की थी, और उसी समय से ही मंत्रिमंडल में फेरबदल के कयास लगाए जा रहे थे। इसके बाद शाह और वित्तमंत्री अरुण जेटली की बैठक हुई है। सूत्रों ने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद भाजपा संगठन में भी फेरबदल होगा।