सांसद सिद्धू ने किया बीजेपी से बाय-बाय: आप में जाने की चर्चा

navjot singh siddhuनई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सिद्धू ने अपने चौंकाने वाले फैसले को लेकर कुछ नहीं कहा है लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वह भाजपा को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी को एक बड़े चेहरे की जरूरत है। सिद्धू इस जरूरत को पूरा कर सकते हैं। सिद्धू लंबे समय से भाजपा की सहयोगी अकाली दल से नाराज थे। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि सिद्धू की पत्नी नवजोत लगातार अकाली दल की गुंडागर्दी के खिलाफ आवाज उठाती आई हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। सिद्धू के आप में शामिल होने की संभावनाओं पर भगवंत मान ने कहा, अगर वह आना चाहते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे।
सिद्धू से आधिकारिक संपर्क नहीं साधा गया है। अगर वह आते हैं तो उनकी छवि का फायदा होगा। वह अच्छे वक्ता हैं,हमें प्रचार में फायदा मिलेगा। भगवंत मान पंजाब में कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष हैं। वहीं पंजाब सरकार में मंत्री मदनलाल बग्गा ने कहा कि अभी उन्होंने भाजपा को नहीं छोड़ा है। मुझे नहीं लगता कि वो भाजपा को छोड़ेंगे। मैं समझता हूं कि वो अकाली दल की आलोचना करते आए हैं लेकिन वो भाजपा में ही रहेंगे।
इसी साल 28 अप्रेल को सिद्धू ने राज्यसभा में मनोनीत सदस्य के रूप में पंजाबी में शपथ ली थी। मानसून सत्र के पहले ही दिन उच्च सदन की कार्यवाही के दौरान उन्होंने इस्तीफा दे दिया। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अमृतसर सीट से सिद्धू का टिकट काट दिया था। उनकी जगह अरुण जेटली को पार्टी उम्मीदवार बनाया गया। तब से ही सिद्धू पार्टी से नाराज बताए जा रहे थे। हालांकि जेटली चुनाव हार गए थे।
सिद्धू को एंटी बादल नेता माना जाता है। अकाली दल से उनकी तकरार हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी दिखी थी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इस बात के संकेत दिए थे कि सिद्धू को पंजाब में महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है लेकिन सिद्धू को राज्य में अहम जिम्मेदारी सौंपकर वह अकाली दल से दुश्मनी मोल नहीं लेना चाहते थे,इसलिए उन्हें राज्यसभा सांसद के मनोनीत किया गया लेकिन सांसद बनने के तीन महीने के भीतर ही सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया। नवजोत कौर सिद्धू अमृतसर ईस्ट से भाजपा की विधायक है। उन्होंने भी कहा था कि भाजपा और अकाली दल के एक साथ चुनाव प्रचार करने का कोई तुक नहीं है। पहली बार इंसान गलती कर लेता है,हमें पता है हम गलती नहीं दोहराएंगे।