लाहौर/नई दिल्ली। पाकिस्तान के आतंकी संगठन अपनी ही सरकार को धमका रहे हैं और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पाकिस्तान दौरे का विरोध कर रहे हैं। मुंबई हमले के मास्टर माइंड और आतंकी संगठन जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने पाकिस्तान की सरकार से कहा है कि वह राजनाथ सिंह को सार्क सम्मेलन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान न आने दें। राजनाथ सिंह को सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 3 अगस्त को पाकिस्तान जाना है।
रविवार को लाहौर में आयोजित रैली में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाउद्दीन ने भी राजनाथ सिंह के दौरे को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत के गृह मंत्री जम्मू कश्मीर में मासूम लोगों का खून बहाने के लिए सेना भेज रहे हैं और पाकिस्तान सरकार उनका स्वागत कर रही है। जमात ए इस्लामी ने हाल ही में कश्मीर मसले पर सभी दलों की कांफ्रेंस बुलाई थी। इसमें कहा गया कि भारत सरकार कश्मीरियों के आजादी के संघर्ष को आतंकवाद का नाम देकर संयुक्त राष्ट्र संघ और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का इस मसले से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है।
कांफ्रेंस में जमात ए इस्लामी के मुखिया और पार्लियामेंट कश्मीर कमेटी के चेयरमैन मौलाना फजलुर रहमान,पीएमएल-एन के नेता रजा जफरूल हक,हाफिज सईद और कुछ अन्य लोग शामिल हुए थे। हाफिज सईद ने सरकार और कारोबारियों को सलाह दी है कि भारत के साथ सभी कारोबारी गतिविधियों को कश्मीर के आजाद होने तक बंद रका जाना चाहिए। हाफिज ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से अपील की है कि राजनाथ सिंह को मुल्क में न आने दिया जाए।
उसने कहा कि अगर राजनाथ सिंह पाकिस्तान सरकार को कश्मीर जाकर कश्मीरियों की मदद करने की इजाजत देते हैं,तभी पाकिस्तान सरकार को उनके दौरे के बारे में सोचना चाहिए। हाफिद सईद ने कहा कि पाकिस्तान को भारत को आलू और प्याज का निर्यात बंद कर देना चाहिए। आलू और प्याज की जगह पाकिस्तान की सरकार को कश्मीर में कश्मीरियों के लिए राहत सामग्री भेजनी चाहिए क्योंकि वो भारत सरकार से मदद लेने से इनकार कर चुके हैं।