दुबई विमान हादसा: यात्री सुरक्षित, हेल्पलाइन नम्बर जारी

DUBAI-PLANE-CRASHदुबई, एजेंसियां । केरल के तिरुअनंतपुरम से उड़ान भरनेवाला एमेरेट्स एयरलाइंस का विमान दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एमरजेंसी लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हवाई पट्टी पर औंधे मुंह गिरे विमान में भीषण आग लग गई और चारों ओर धुएं के काले बादल छा गए।
हालांकि विमान में सवार सभी 300 लोग सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए हैं। बताया जाता है कि कुछ यात्री बाहर निकलने की जद्दोजहद में घायल भी हुए हैं। दुनिया के सबसे व्यस्त दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए इस हादसे के बाद वहां विमानों की उड़ानों और लैंडिंग पर रोक लगा दी गई है। दुबई एयरपोर्ट पर एमरजेंसी रिस्पांस टीम विमान में लगी भीषण आग बुझाने की कोशिश में जुटी है। वीडियो फुटेज में बोइंग 777 से आग और आकाश तक जाता गहरा काला धुआं देखा जा सकता है। एमेरेट्स एयरलाइंस का कहना है कि दुर्घटना का कारण अभी तक साफ नहीं हुआ है।
दुर्घटनाग्रस्त विमान की फोटो से पता चलता है कि विमान का अगला लैंडिंग गीयर पहले ही खराब हो गया था। इसलिए विमान लैंडिंग के वक्त फिसल गया। संभवत: इसी के कारण विमान में आग लग गई। दुबई के मीडिया ऑफिस ने बुधवार को फ्लाइट ईके521 के हादसे का शिकार होने की जानकारी ट्वीट करके दी। उन्होंने बताया कि दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर संबंधित प्रशासन ने सभी 282 यात्रियों और 18 विमान चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकालने की पुष्टि की है। इन यात्रियों में सात शिशु भी शामिल हैं।
एयरलाइंस का कहना है कि बोइंग 777-300 में 226 भारतीय यात्री सवार थे। चालक दल के सदस्यों में भी दो भारतीय हैं। विमान में कुल 74 विदेशी थे जिसमें 24 ब्रिटिश, 11 यूएई और छह-छह यात्री अमेरिका और सऊदी अरब के हैं। विमान में सफर करने वाले साई भास्कर ने बताया कि ज्यादातर यात्री केरल के थे। उड़ान के दौरान कोई समस्या नहीं थी। किसी तकनीकी खराबी की भी कोई घोषणा नहीं की गई थी। हमें लगा कि पहले विमान पहले लैंड किया फिर वापस ऊपर गया और अंत में जमीन से टकरा गया।
जब विमान के अंदर धुआं भर गया तब हमें अहसास हुआ कि कोई भारी मुसीबत आ गई है और यहां कुछ खतरा है। पहले एमरजेंसी दरवाजा खोलने में दिक्कत हुई। अगर एक मिनट भी हम लोग उस विमान में और फंसे रहते तो निश्चित रूप से कोई दुखद घटना घट सकती थी। कुछ यात्री इसलिए भी घायल हो गए क्योंकि उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए एमरजेंसी दरवाजे से बाहर कूदने की कोशिश की। एक अन्य यात्री ने बताया कि जो लोग बाहर पहले निकल पाए उनके शरीर के अंदर शायद इतना धुआं न गया हो लेकिन जो बाद में बाहर निकल पाए उन्होंने काफी मात्रा में धुआं अपने अंदर ले लिया था। बीबीसी को एक प्रत्यक्षदर्शी साराह लूसी शेयरवुड ने बताया कि वह अपनी आंखों के सामने इस हादसे को देखकर एकदम डर गई। लैंड करते वक्त विमान के पहिए बाहर की ओर निकल आए थे लेकिन वह सारे हवा में बिखरते जा रहे थे।

मैंने देखा लोग किसी तरह से बचकर बाहर निकले और उसके थोड़े ही देर में विमान में एक तेज विस्फोट हुआ। उसके साथ हर तरफ आग की लपटें फैल गईं। हम घटनास्थल के काफी पास खड़े विमान में थे। सब लोग चिल्लाने लगे जल्दी विमान से बाहर निकलो। 1985 से शुरू एमेरेट्स एयरलाइंस के इतिहास में यह पहला विमान हादसा है। दुबई में केंद्रित यह एयरलाइंस दुनिया भर में प्रति किलोमीटर सीटों के हिसाब से सबसे बड़ी एयरलाइंस है। प्रभावित यात्रियों ने अपने घरों पर फोन करके अपने सुरक्षित होने की जानकारी दे दी है। फिर भी एयरलाइंस ने यात्रियों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। यूएई-8002111, यूके-00442034508853 और अमेरिका-0018113502081