नई दिल्ली। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने अपनी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज से मुलाकात की। वांग यी और चीन से आए प्रतिनिधि मंडल के साथ स्वराज ने मुलाकात कर तमाम क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की।
और वह कुछ ही समय बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी बातचीत करेंगे। शुक्रवार को भारत पहुंचे वांग ने इससे पहले गोवा में मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पार्सेकर और राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की थी। गोवा की यात्रा के दौरान उन्होंने इस वर्ष अक्टूबर में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन के लिए इंतजामों का जायजा लिया।
गौरतलब है कि चीनी विदेश मंत्री की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता की राह में चीन की ओर से रोड़ा अटकाए जाने के कारण दोनों देशों के संबंधों में खटास आ गई है। इससे पहले चीन ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान आधारित आतंकवादी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के भारत के प्रस्ताव पर वीटो कर दिया था। इस घटनाक्रम के जवाब में भारत ने चीन के अलगाववादी उइगर नेताओं को धर्मशाला में एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए वीजा दे दिया।
इसके साथ ही भारत ने चीन की आधिकारिक संवाद समिति शिन्हुआ के साथ काम कर रहे तीन पत्रकारों की वीजा की अवधि बढ़ाने से इनकार कर दिया था। भारत का कहना था कि इन पत्रकारों के बारे में खुफिया एजेंसियों से प्रतिकूल सूचनाएं मिली है। पिछले माह उत्तराखंड में चीनी सेना की घुसपैठ की खबरों पर राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केन्द्र सरकार के सामने गहरी चिंता जताई थी।