लोबाबा रिज़वी केस में लावण्य आयुर्वेद ने दी वास्तविक तथ्यों की जानकारी

130121022732533 (4)CMO की क्षापामारी के बाद मीडिया में आ रही खबरों में सही तथ्यों के अभाव को महसूस करते हुए अस्पताल प्रशासन ने प्रेस रिलीज़ के माध्यम से तथ्यों को स्पष्ट किया. अस्पताल प्रशासन का दावा है कि बिना सही जाँच पड़ताल किए तथ्यों को मनमानी ढंग से मीडिया में उछाला जा रहा है. प्रशासन ने सही तथ्यों के साथ मीडिया में उठने वाले सवालों का बिन्दुवार स्पष्टीकरण दिया जो इस प्रकार है-

  • अस्पताल में शाम पाँच बजे के बाद प्रशिक्षित स्टाफ की कमी के आरोप पर बताया कि अस्पताल में २४ घंटे प्रशिक्षित डाक्टर नर्सिंग स्टाफ की व्यवस्था है तथा आकस्मिक सेवाओं के लिए इमरजेंसी टीम भी है.
  • फार्मेसी में उपलब्ध दवा पर निर्माण व खराब तिथि के साथ शुल्क की दरों का जिक्र न करने के आरोप पर बताया कि फार्मेसी में उपलब्ध दवाइयाँ केवल मरीजों को योग बना कर देने के लिए रखी गई हैं जिसकी निर्माण तिथि एवं समाप्ति तिथि फार्मेसी में रखे गए रजिस्टर में अंकित है।
  • आयुर्विदक अस्पताल में एक ही कक्ष में ओ टी व लेबर रूम संचालित करने के आरोप पर बताया कि प्रसव जैसे केस लावण्य आयुर्वेदिक अस्पताल में नही आते जिसमे लेबर रूम की आवश्यकता पडे- उस कक्ष में केवल ओ टी है जिसमे केवल बाहर से बुलाये गए डॉक्टर्स द्वारा ऑपरेशन ही होते है।
  • अल्ट्रासॉउन्ड मशीन है पर अस्पताल छोड कर गए रेडिओलॉजिस्ट की सूचना सी एम ओ कार्यालय को न देने के आरोप पर बताया कि अल्ट्रासॉउन्ड ना करने की सूचना अस्पताल के रेडिओलॉजिस्ट डॉक्टर ओ डी सिंह के द्वारा पहले ही सी एम ओ कार्यालय भेजी जा चुकी है।
  • मरीज लोबाबा के इलाज में कौन कौन सी आयुर्वेदिक दवाइयाँ दी गई इस पर बताया कि लोबाबा के इलाज में चल रही आयुर्वेदिक दवाइयों की जानकारी मरीज की फाइल में उपलब्ध है जो की सी एम ओ कार्यालय में ही है।
  • लोबाबा का आयुर्वेदिक इलाज चल रहा था तो एलोपैथ के इंजेक्सन क्यों दिए गए इस पर बताया कि एमर्जेन्सी मैनेजमेंट के लिए कभी कभी एलोपैथिक दवाइयों की आवश्यकता पडती है जिसे मरीज लोबाबा को एलोपैथिक डॉक्टर अनुराग श्रीवास्तव के दिशा निर्देश में दिया गया।

इन तथ्यों पर प्रकाश डालने के साथ साथ अस्पताल प्रशासन ने मीडिया से भी भ्रमात्मक खबरों को न प्रकाशित करने का अनुरोध किया.