चौधरी बोले: योजनाओं से बढ़ी सीएम अखिलेश की लोकप्रियता

leader-rajendra-chaudhryलखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि समाजवादी सरकार ने समाज के सभी वर्गो के हित में जो तमाम योजनांए लागू की हैं उनसे सरकार और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की लोकप्रियता बढ़ी है और इससे जनता का उनके प्रति विश्वास मजबूत हुआ है। विधानसभा चुनाव के समय जो वादे किये गए थे, उन्हें 4 साल के अन्दर ही पूरा कर दिया था। इसके अतिरिक्त भी कई जनहित की महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरु कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश ने मुख्यमंत्री के विकास एजेंडा के तहत प्रगति की नई मंजिले तय की है। कृषि अर्थव्यवस्था के साथ अवस्थापना सुविधाओं का विस्तार किया है। कानून व्यवस्था की स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में है तभी तो पूँजी निवेश के रास्ते खुले हैं और देश-विदेश के उद्यमी यहाँ निवेश कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में जो विपक्षी दल हैं, वे समाजवादी सरकार की उपलब्धियों से बुरी तरह परेशान हैं। कांग्रेस ‘बेहालÓ है तो भाजपा के पास सिवाय सांप्रदायिकता के जहर घोलने के दूसरा काम नही है। बसपा तो प्रदेश में पूरी तरह अप्रासंगिक हो गई है। उसके पाँच साल के अंधेरराज में जनता बुरी तरह त्रस्त हुई थी और शासन-प्रशासन सिर्फ अवैध धंधे में उगाही के माध्यम बन गए थे। बसपा प्रमुख ने समाजवादी सरकार के शपथ ग्रहण के दिन से ही कानून व्यवस्था और राष्ट्रपतिराज की मांग उठाकर साबित कर दिया है कि उन्हें संविधान का तनिक भी ज्ञान नही है। उत्तर प्रदेश में लोकतांत्रिक तरीके से निर्वाचित बहुमत की सरकार है। इस जनादेश के खिलाफ और संविधान विरोधी बात वे करती है।
विपक्ष समाजवादी सरकार के अंध विरोध मे अपने को ही हास्यापद बना रहा है। ओवैसी को मुस्लिम सियासत का नया शौक लगा है। उन्हें भाजपा से नही समाजवादी पार्टी से खतरा महसूस हो रहा है। यानी उन्हें सांप्रदायिक राजनीति पसन्द है और धर्मनिरपेक्षता से एलर्जी है। श्री अखिलेश यादव ठीक ही कहते है कि आजकल सापं्रदायिक होना आसान है धर्मनिरपेक्ष होना कठिन है। ओवैसी के बयान से यह जाहिर हो गया है कि वे मुस्लिम मतों का विभाजन कर भाजपा की मदद करने के लिए ही उत्तर प्रदेश में आए हैं।
अब जब नई कार्य संस्कृति को बल मिला है तो विपक्ष हताशा में मुख्यमंत्री जी की छवि धूमिल करने के कुत्सित प्रयास के साथ सरकार को बदनाम करने में लगा है। लेकिन जनता सब समझती है कि किसकी कैसी नीति और नीयत है। समाजवादी सरकार अपने वायदे पर खरा उतरने वाली पार्टी है जबकि भाजपा की केन्द्र सरकार एक भी वादा पूरा नही कर सकी है।