कैदियों ने की हड़ताल: खाना-पीना है बंद

jailहरिद्वार। बरेली और आगरा सेंट्रल जेल के बाद हरिद्वार कारागार में भी 90 कैदियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। हालांकि, प्रशासन के नोटिस के बाद दस कैदियों ने दोपहर से शाम तक अपने कदम पीछे खींच लिए। भूख हड़ताल कर रहे बाकी 80 कैदियों में 14 साल से कम की सजा काटने वाले भी शामिल हैं। घटनाक्रम के बाद से शासन-प्रशासन के हाथ-पांव फूले हुए हैं। वहीं, कल सुबह जेल में 77 कैदियों ने सुबह का नाश्ता नहीं लिया।
14 साल की सजा काट चुके कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर रविवार से ही हरिद्वार जिला कारागार में विरोध आंदोलन की सुबगुगाहट चल रही थी। रविवार की रात भी बीस कैदियों ने मानमनोव्वल के बाद भोजन ग्रहण किया था। उन्होंने मांग पूरी न होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी थी। वर्तमान में यहां कैदियों की संख्या 1021 है, इनमें 50 कैदी 14 साल की सजा काट चुके हैं। जेल प्रशासन बीते रोज से ही कैदियों को समझाने के प्रयास कर रहा था, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। यद्यपि जेल प्रशासन ने सुबह एक बारगी उस वक्त राहत की सांस जरूर ली, जब कैदियों ने रोज की तरह नाश्ता ग्रहण कर लिया। लेकिन उसके बाद कैदियों ने एक-एक करके जेल प्रशासन को भूख हड़ताल शुरू करने संबंधी पत्र सौंपने शुरू किये, दोपहर तक यह संख्या 90 पहुंच गई। आनन-फानन जेल प्रशासन की तरफ से कैदियों को नियमों का हवाला देकर भूख हड़ताल खत्म करने का नोटिस थमाया गया। नोटिस में कहा गया कि भूख हड़ताल करने की स्थिति में उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा। यही नहीं, इसके दंड स्वरूप उन्हें एक साल अतिरिक्त सजा भी काटनी पड़ेगी, लेकिन इस नोटिस का कोई खास असर कैदियों पर नहीं पड़ा। केवल छह कैदियों ने नोटिस के मद्देनजर भूख हड़ताल से खुद को अलग कर दिया। शाम तक चार और कैदी उनके साथ आए गए। यानि 90 में से दस ने खाना लेना शुरू कर दिया, बाकी 80 कैदी भोजन नहीं ले रहे हैं। जेल अधीक्षक एसके सुखीजा ने इन कैदियों के दोपहर का भोजन नहीं करने की पुष्टि की। अधीक्षक के अनुसार जेल में भूख हड़ताल करना अपराध की श्रेणी में आता है। आज के घटनाक्रम के संबंध में आला अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि भूख हड़ताल करने वालों में 50 कैदी 14 साल की सजा काट चुके हैं, जबकि बाकी 30 इससे कम सजा वाले शामिल हैं। हरिद्वार के एसएसपी राजीव स्वरूप के अनुसार कैदियों के भूख हड़ताल करने की जानकारी मिली है। हर स्थिति पर नजरें रखी जा रही हैं। इस बाबत डीएम व जेल प्रशासन से समन्वय स्थापित किया गया है।