लखनऊ। उप्र में चुनावी गठबंधन का दौर शुरू हो गया है। डा. राम नोहर लोहिया व चौधरी चरण सिंह के अनुयायियों को किसानों के हित में एक जुट हाने की राष्ट्रीय लोकदल के नेता चौधरी अजीत सिंह की अपील का जनता दल यू ने स्वागत किया है। जद यू के सांसद केसी त्यागी ने कहा है कि हम इस पहल का स्वागत करते है। हमने लंबे समय तक चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व में काम किया है। उप्र की राजनीति में इन दोनों दलों के पास व्यापक आधार नही है लेकिन एक साथ आने के बाद थोड़ा असर डाल सकते है। रालोद का असर पश्चिमी उप्र के जाट बेल्ट में सीमित है। 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से तालमेल के बाद रालोद ने 46 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। जिन्हे औसतन 20 प्रतिशत मत मिले थे। पार्टी के आठ एमएलए जीते थे। जबकि 219 सीटों पर चुनाव लडऩे वाली जद यू को महज .36 प्रतिशत वोट मिले थे। बिहार में लालू यादव के साथ सरकार बनाने के बाद से मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और उनकी पार्टी उप्र में शराब बंदी जैसे मुद्दों के साथ सक्रिय है। सपा महासचिव अमर सिंह ने कहा कि बिहार की नीतिश कुमार सरकार लालू के समर्थन पर टिकी है। दोनों नेताओं का उप्र में कोई असर नही है।