बोले रामदेव: जब जवान बिना खाए 8 दिन लड़ सकते हैं तो लोग क्यों नहीं

baba-ramdevकोलकाता (आरएनएस)। वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि सरकार के 500-1000 के नोट बंद करने के फैसले को सही नहीं कहा जा सकता। ऐसे में देश बचाने के लिए वे सीपीएम (माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) के साथ काम करने को तैयार हैं। लेकिन नोटबंदी के फैसले पर सियासत भी शुरू हो गई है। रामदेव ने कहा, ‘जब जवान बिना खाए-पिए 7-8 दिन जंग लड़ सकते हैं तो देश के लोग क्यों नहीं? ‘ बता दें कि ममता, सीपीएम की धुरविरोधी रही हैं। सीपीएम के लंबे शासनकाल के दौरान विकास न होने की बात कहकर ही वे सत्ता में आई थीं। कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता ने कहा, ‘हमारे सीपीएम के साथ वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन देश बचाने के लिए हम कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बसपा के साथ काम करने को तैयार हैं। ममता ने 16 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के विंटर सेशन में अपोजिशन को नोटबंदी का मुद्दा उठाने को भी कहा। ममता का बयान सीपीएम के माउथपीस में छपे एक आर्टिकल के बाद आया है। माउथपीस में दावा किया गया था कि नरेंद्र मोदी के 8 नवंबर को नोटबंदी के एलान के कुछ मिनट बाद ही प्रदेश बीजेपी के अकाउंट में 3 करोड़ रुपए जमा कराए गए थे। सीपीएम का आरोप है कि बीजेपी ने नोट बंद किए जाने की जानकारी अपने लोगों को दे दी थी। सीपीएम नेता सुजान चक्रबर्ती के मुताबिक, ‘अकाउंट में पैसा जमा करने की टाइमिंग चौंकाती है। नोटबंदी के एलान के कुछ घंटे पहले पहली बार प्रदेश बीजेपी के अकाउंट में पैसे जमा कराए गए। इसके बाद दो बार करीब एक करोड़ रुपया जमा कराया गया। नोट बंद करना एक बड़ा घोटाला है। बीजेपी से जुड़े लोगों को पहले ही बता दिया गया था। इसके चलते उन्होंने जुलाई-सितंबर में ही अकाउंट्स में भारी डिपॉजिट्स कर दिए। कोई एकदम से कैसे करोड़ों डिपॉजिट कर सकता है?