नई दिल्ली (आरएनएस)। सार्क का सदस्य होने के बावजूद लगातार सार्क की पहल में अड़ंगा लगाकर उसे फेल करने में लगे पाकिस्तान को भारत ने कड़ी चेतावनी दी है। विदेश सचिव एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के बिना एक अन्य संगठन बनाने की बात कही और उसका खाका पेश किया। नई दिल्ली में थिंक टैकों को संबोधित करते हुए एस. जयशंकर इस्लामाबाद पर बरसे। एस जयशंकर ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि क्षेत्रीय सहयोग के कुछ मूलभूत मानकों का पालन किया जाना चाहिए और ज्यादातर सदस्य देश चाहते हैं कि क्षेत्रीय पहलों को आगे बढ़ाया जाए। चीन-पाकिस्तान संबंधों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इस संबंध के चलते कुछ ऐसे मुद्दे सामने आ रहे हैं जो भारत के लिए चिंता खड़ी कर रहे हैं, इसमें आर्थिक गलियारे का मुद्दा भी शामिल है जिसका निर्माण चीन, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रास्ते कर रहा है। जयशंकर ने कहा, ‘समस्या यह है कि सार्क में क्षेत्रीय सहयोग के कुछ मूलभूत किस्म के मानकों का पालन करना होता है। अगर आप कहते हैं कि मैं क्षेत्रीय सदस्य बनूंगा लेकिन क्षेत्रीय कारोबार की इजाजत नहीं दूंगा, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी की मंजूरी नहीं दूंगा, क्षेत्रीय जल परिवहन और क्षेत्रीय रेलवे की अनुमति नहीं दूंगा तो फिर इसका मतलब ही क्या है।Ó निरंतरता और बदलाव विषय पर संबोधन देते वक्त विदेश सचिव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच के मसलों को हल करने के लिए किसी तीसरे देश के दखल की जरूरत नहीं है और इससे भ्रम और अपेक्षाएं बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि अपांयर होने की स्थिति में खेल अपना प्राकृतिक संतुलन खो देता है।