कांग्रेस का मिशन 2017: दलितों पर होगा पूरा फोकस

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विशेष संवाददाता,
लखनऊ। मिशन-2017 की तैयारी में जुटी कांग्रेस प्रदेश की 85 सुरक्षित सीटों पर फोकस किए हुए है। दलित एजेंडा में शामिल आठ वचन को पूरा कराने का आश्वासन देते हुए एक दिन एक गांव फार्मूले पर दलित बस्ती में डेरा डाला जा रहा है। प्रदेश में 50 दिन चलने वाले अभियान से दो दर्जन सुरक्षित सीटें जीतने की दावेदारी भी की जा रही है।
अभियान की कमान संभाले सांसद पीएल पुनिया का कहना है कि शिक्षा, सुरक्षा व स्वाभिमान यात्रा में सौ टीमें लगी हैं। सभी सुरक्षित सीटों तक जाने की योजना है। इस अभियान को भारी समर्थन मिल रहा है। दलित एजेंडे को गांव गांव तक पहुंचाकर आमजन तक शिक्षा सुरक्षा स्वाभिमान के लिए पार्टी का प्लान समझाया जा रहा है। पहली बार दलितों को केजी से पीजी कक्षाओं तक मुफ्त शिक्षा देने, बाहर पढऩे वालों का एक हजार रुपये वजीफा व सभी जिलों में आवासीय विद्यालय खोलेंगे। सुरक्षा और विकास मित्रों की नियुक्ति करने के साथ डॉ. अंबेडकर आरोग्य निधि योजना में दो लाख रुपये बीमारी के इलाज में खर्च होंगे। प्रथम चरण में 5000 से अधिक आबादी वाले गांव चिन्हित किए गए है। इस अभियान का समापन राहुल गांधी की रैली से होगा। सांसद पुनिया का कहना है कि अभियान को लेकर कार्यकर्ताओं में उत्साह दिख रहा है। वर्तमान में चार आरक्षित सीटों पर कांग्रेस काबिज है और यह संख्या इस बार अधिक होगी। उन्होंने दावा किया कि बसपा से दलितों को तेजी से मोहभंग हुआ और सपा व भाजपा से भारी निराशा मिली है। ऐसे में कांग्रेस को भरोसा है कि दलितों का एक बड़ा हिस्सा उनके पक्ष में मतदान करेगा। पदोन्नति में आरक्षण जैसे मुद्दे कांग्रेस के लिए ताकत बनेंगे। सुरक्षित सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश भी अभियान के दौरान जारी है। सूत्रों का कहना है कि बाहरी उम्मीदवारों से भी गुरेज नहीं करेगी। खासकर बसपा का टिकट कटने के बाद से अन्य दलों में ठिकाना तलाश रहे नेताओं के लिए भी कांग्रेस ने दरवाजे खोल दिए है। माना जा रहा है कि गठबंधन की चर्चाओं पर विराम लगने के बाद पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची में सुरक्षित सीटें ज्यादा होंगी।