चुप्पी न तोड़ी तो कहलायेंगे मौनेन्द्र मोदी: येचुरी

sitaram

लखनऊ। विसं भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा पर कृषि संकट का कारण बनने का आरोप लगाते हुए सुषमा, वसुधरा व शिवराज के इस्तीफे की मांग समेत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस मामले में चुप्पी तोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस मामले में चुप्पी तोड़े नहीं तो नरेन्द्र मोदी की जगह ‘मौनेन्द्र मोदी’ कहे जाने लगेंगे।’ येचुरी ने कहा, ‘एक साल में भाजपा सरकार का भ्रष्टाचार सामने आ गया है। पार्टी अगस्त में 15 दिन केंद्र सरकार के विरूद्ध देशव्यापी आन्दोलन छेडे़गी। साथ ही 02 सितंबर को सेन्टर आफ इंडियन टेªड यूनियन (सीटू) की आम हड़ताल का समर्थन किया जाएगा।’
विधान भवन के सामने पार्टी कार्यालय मंे आयोजित संवाददाता सम्मेलन में महासचिव येचुरी ने कहा, ‘मोदी सरकार के एक साल मंे 26 प्रतिशत किसानों की आत्महत्यायें बढ़ी हैं। पर, सरकार आत्महत्याओं के आंकडे घटाने पर आमादा है। जबकि घटा तो मनरेगा में 60 प्रतिशत रोजगार है। जो जनहित ही नहीं देशहित मंे भी नहीं है। उन्होंने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुधरा राजे सिंधिया और मोदी सरकार में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के इस्तीफे की मांग उठाते हुए कहा, ‘केन्द्र सरकार इस मसले पर संसद में चर्चा करना चाहती है। जबकि चर्चा से नहीं जांच से निष्कर्ष निकलेगा।
सीपीआईएम महासचिव ने नए भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को किसान विरोधी बताया। कहा, ‘सरकार ने 2013 में यूपीए सरकार के भूमि अधिग्रहण कानून से जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों की सहमति लेने के प्रावधान को हटा दिया है। उन्होंने जमीन अधिग्रहित करने का कानून केंद्र ने तीन बार जारी किये जाने की निन्दा की। साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा संसद नहीं चलने देने के आरोप को सिरे से नकारते हुए सरकार को ही इसका जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि 01 अगस्त से 14 तक देशव्यापी विरोध को सीपीआईएम राजनीतिक तौर पर वर्तमान स्थिति में हस्तक्षेप करके जनता की ताकत के माध्यम से एक आंदोलन में परिवर्तित करेगी। ताकि सरकार पर सार्वजनिक हितों और उनके रोजगार विरोधी नीतियों को विपरीत करने के लिए सरकार पर दबाव डाला जा सके।