कुनबे में कलह हुई तेज: समर्थकों के साथ अखिलेश

akhilesh yadavलखनऊ। समाजवादी पार्टी के टिकट बंटवारे से नाखुश सीएम अखिलेश यादव ने गुरुवार को समर्थक विधायक और मंत्रियों के साथ लखनऊ में मीटिंग की। उन्होंने अपने समर्थकों को चुनाव लडऩे का निर्देश दिया। सूत्रों के मुताबिक़ अखिलेश जल्द ही 157 सीटों पर कैंडिडेट्स की एक लिस्ट जारी करेंगे। इनमें वे विधायक और मंत्री हैं जिनका टिकट काट दिया गया है। मीटिंग दौरान पार्टी समर्थकों ने बेनी प्रसाद वर्मा और अमर सिंह के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। समर्थकों ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि अखिलेश बड़ा कदम उठाए। सभी उनके साथ हैं। रिपोट्र्स के मुताबिक़ मीटिंग के दौरान अरविन्द सिंह गोप ने अमर सिंह पर जमकर निशाना साधा। गोप अखिलेश के बेहद करीबी हैं और उनका टिकट काट दिया गया है।
गुरुवार को अखिलेश पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मिले। सूत्रों के मुताबिक़ उन्होंने टिकट बंटवारे पर असंतोष व्यक्त किया। वे पार्टी के रवैये पर काफी नाराज थे। अखिलेश की नाराजगी के बाद कुछ दिन पहले किसी तरह शांत हुआ पार्टी के भीतर का घमासान फिर सतह पर आ गया है।
इससे पहले बुधवार को समाजवादी पार्टी ने साफ़ किया कि वह उत्तर प्रदेश में किसी भी दल के साथ फिलहाल गठबंधन नहीं करेगा। शिवपाल यादव की मौजूदगी में मुलायम सिंह ने विधानसभा की 403 सीटों के लिए 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। इससे यह साफ़ हो गया था कि गठबंधन और उम्मीदवारों के नाम तय करने में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की नहीं सुनी गई। देर शाम तक नाराज अखिलेश ने जवाबी कार्रवाई करते हुए शिवपाल के करीबी आवास विकास परिषद् की उपाध्यक्ष सुरभि शुक्ला और उनके पति डॉक्?टर संदीप शुक्ला को बर्खास्?त कर दिया है। संदीप शुक्?ला यूपी राजकीय निर्माण निगम (यूपीआरएनएन) में सलाहकार थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार सुलतानपुर से उन्हें टिकट भी दिया जा रहा है। दोनों पति-पत्नी शिवपाल यादव के बेहद करीबी बताए जाते हैं। टिकट बंटवारे से अखिलेश बेहद नाराज बताए जा रहे हैं। जिन विधायकों का टिकट कटा है, ज्यादातर अखिलेश के समर्थक हैं।
गठबंधन कर चुनाव लडऩा चाहते थे अखिलेश
अखिलेश चाहते थे कि राज्य में कांग्रेस और रालोद के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा जाए। अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के भाई को टिकट देने से भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की थी। लेकिन उनके ही करीबी मंत्रियों और विधायकों का कट कट गया। बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुलायम सिंह ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। नेताजी ने यह भी साफ़ कर दिया कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का नाम अनाउंस नहीं होगा। उनके साथ शिवपाल यादव भी मौजूद थे। अखिलेश ने टिकट बंटवारे पर कहा कि वे नेताजी से मिलकर फिर बातचीत करने को कहा था।
बुधवार को जिन सीटों के लिए पार्टी ने टिकट जारी किए, उनमें 176 पर अभी सपा का कब्जा है। मुलायम ने कहा कि बाकी 78 सीटें पार्टी नेताओं से विचार-विमर्श के बाद जारी की जाएंगी। जारी लिस्ट में 53 मौजूदा विधायकों का टिकट कटा है। बाराबंकी जिले की रामनगर विधानसभा सीट से मंत्री अरविंद सिंह गोप का टिकट कट गया है। उनकी जगह बेनी प्रसाद वर्मा के बेटे को टिकट दिया गया है। जबकि अयोध्या सीट से पवन पांडे की जगह आशीष पांडे को टिकट मिला है। दोनों मुख्यमंत्री के बेहद नजदीकी हैं। मंत्री राम गोविंद चौधरी का भी टिकट कट गया है।
बता दें कि अखिलेश यादव ने पिछले दिनों जिन नौ मंत्रियों को बर्खास्त किया था, उन्हें टिकट मिल गया है। इनमें नारद राय, अम्बिका चौधरी, सदाब फातिमा, ओमप्रकाश सिंह, राजा महेंद्र सिंह, शिवपाल सिंह यादव, शिव कुमार बेरियां, योगेश प्रताप सिंह, राज किशोर सिंह को टिकट दिया गया है। अखिलेश के कई करीबियों का या तो टिकट कटा है या कई के नाम फाइनल नहीं किए गए हैं। टिकट पाने वालों में बाहुबली अतीक अहमद और मुख़्तार के भाई सबिगतुल्ला भी शामिल हैं।
उम्मीदवारों की घोषणा के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि वे टिकट बंटवारे को लेकर नेताजी मुलायम सिंह यादव से बात करेंगे। उन्होंने कहा, जिन लोगों ने काम किया है और युवा हैं उनको टिकट मिलना चाहिए। बता दें कि अखिलेश ने भी कुछ दिन पहले मुलायम को 403 उम्मीदवारों की एक लिस्ट सौंपी थी।