चुनाव स्पेशल : बिहार में शुरू हो गया जुबानी जंग का भीषण युद्ध 

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ब्यूरो,
पटना। बिहार की राजनीति का उंट चाहे जिस करवट बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की राजनीति में नयी भाषा शैली का तड़का लगा दिया है। बिहार में जुबानी जंग का सबसे तीखा और भीषण युद्ध शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण से विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकने के साथ राजनीति को तल्ख बनाने में कोई कोर.कसर नहीं छोड़ी। प्रधानमंत्री बिहार से दिल्ली लौट गए अब राजनेता अपने संबोधन में भरपूर मसाले के साथ राजनीतिक मर्यादा की सीमा लांघ कर रहें है । पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दुराचारी और अंहकारी रावण कहा तो केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि लालू और नीतीश पर बिहार की जनता थूकेगी। पासवान ने कहा कि जिस जातीय जनगणना की जिस रिपोर्ट को जारी करने की बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कह रहे हैं, वह जारी होने के बाद उनके गले की फांस बन जाएगी। बिहार पर 25 वर्ष तक राज करने वाले लालू और नीतीश पर जनता थूकेगी । मांझी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महादलित के बेटे जीतन राम मांझी को विभीषण कह रहे है, लेकिन नीतीश कुमार स्वयं दुराचारी और अहंकारी रावण हैं। उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश ने पहले लालू को, फिर भाजपा को और अब जीतन राम मांझी को डंसा।
जवाब में लालू पसाद यादव कह रहें है कलिया नाग ने कलियुग में नरेंद्र मोदी के रूप में पुनर्जन्म लिया है। इसने पहले गुजरात को डसा। अब पूरे देश को डसना चाह रहा है। हम बिहार से मोदी को नथुनी पहनाकर भगाएंगे। हमारी लड़ाई किसी जाति के खिलाफ नहीं, बल्कि सभी जाति के गरीबों के पक्ष में है।
शनिवार को बिहार के दौरे में प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास की जगह यहां सांप और जहर की बातें हो रही हैं। कौन जहर पीता है और कौन पिलाता है, इससे राज्य के लोगों को लेनादेना नहीं है। उसे पानी चाहिए। रोजगार चाहिए। उद्योग चाहिए। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, ट्वीट करने पर माखौल उड़ाया जाता था। मुख्यमंत्री कहते थे चहकते हैं। आज वे भी चहक रहे। ट्वीट कर बोल रहे 14 माह बाद बिहार आने पर स्वागत। यह वक्त का तकाजा है। क्योंकि एक समय कहते थे यहां एक मोदी है, दूसरे की क्या जरूरत। अब विरह नहीं झेल पा रहे। उन्होंने नीतीश पर प्रहार करते हुए कहा कि वे इतने बुरे थे तो कमरे में आकर चांटा मार देते। गला घोंट देते। बिहार की जनता को क्यों सजा दी। मगर, राज्य की जनता को इस हाल में नहीं छोड़ा जा सकता। यहां फिर से जंगलराज नहीं आने दूंगा।
उन्होंने खुद को श्रीकृष्ण का भक्त बताते हुए कहा कि यदुवंशियों की परंपरा का पालन करता हूं। भगवान श्रीकृष्ण की सबसे अच्छी कहानी कालिया नाग वाली है। वे लोगों की जान बचाने के लिए कालिया नाग का मानमर्दन किया था। मगर, लालू प्रसाद ने बेटे-बेटियों के लिए यदुवंशियों को जहर पीने पर मजबूर कर दिया। जनता को इसका जवाब देना होगा। उन्होंने लोगों को इस दौरान आरजेडी का मतलब भी समझाया। कहा, इसका अर्थ होता है रोजाना जंगलराज का डर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नितीश पर बिहार के लोगों की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके डीएनए में ही कुछ समस्या है। नीतीश कुमार के हालिया ट्वीट पर नीतीश व लालू पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा, आपने तो जहर पीया, क्योंकि आपका स्वार्थ है सांप है, कौन सांप नहीं है, यह तुम दोनों तय कर लो। जहर कौन पीता है, कौन पिलाता है, यह भी तय कर लो।