वोटिंग से पहले सट्टा बाजार में गर्माहट बढ़ी

sattaचुनाव डेस्क। पहले चरण के मतदान के लिए 11 फरवरी को चुनाव होना है। चुनाव का परिणाम आने में एक महीने का समय लगेगा, लेकिन इससे पहले ही सट्टा बाजार गरम हो रहा है। सट्टा बाजार में पहले चरण के मतदान के लिए एक हजार करोड़ रुपये से अधिक पर दांव लग गया है। विधानसभा चुनाव में आगरा में नौ विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है। इन नौ विधानसभा सीटों पर बसपा, भाजपा, समाजवादी पार्टी-कांग्रेस गठबंधन का साथ है। वहीं रालोद भी दो विधानसभा सीटों पर अपना दम भर रहा है। इन सबमें सट्टा बाजार में भाजपा और बसपा के बीच मुकाबला बहुत करीबी दिखाई दे रहा है। ऐसा सटटा बाजार के जानकार मान रहे हैं।
पिछले दो विधानसभा चुनाव की बात की जाए, तो भाजपा के लिए ये विधानसभा चुनाव अच्छा नहीं रहा है। सपा के लिए भी बहुत मुश्किलों भरा चुनाव रहा है। इन सभी में सपा को विधानसभा चुनाव 2012 में जब अखिलेश की आंधी चली थी, उसके बाद भी महज एक विधायक समाजवादी को मिला था। हालांकि कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के गठबंधन से कई सीटों पर पार्टियां जीत का दावा कर रही हैं। सपा आगरा की छह सीटों पर जीत का दम भर रही है, तो बसपा सात सीटों पर जीत का आकलन कर रही है। वहीं भाजपा शहर की तीन सीटों पर जीत की बात तो कर ही रही है और जनपद की छह सीटों पर भी जीत के लिए अपना हिसाब किताब बैठा रही है। लेकिन सट्टा बाजार के खिलाड़ी भाजपा को फेवरेट नहीं मान रहे हैं।
आगरा में 32 लाख से अधिक वोटर हैं। बीजेपी राज्यसभा में अल्पमत में हैं, तो सपा के साथ वो अपना पत्ता फिट करना चाहती है। जानकारों की मानें तो वे कहते हैं कि पहले चरण के चुनाव में आगरा की नौ सीटों सहित अलीगढ़, मथुरा, फिरोजाबाद के लिए बसपा का पक्ष मजबूत है। पहले चरण की 73 सीटों में से 30 सीटों पर बसपा की जीत का दम सट्टा बाजार भर रहा है। वहीं 25 सपा और अन्य पर भाजपा के साथ रालोद को जीतता हुआ बताया जा रहा है। सट्टा बाजार में एक रुपये पर 30 पैसा का दांव बसपा पर लगा है। वहीं एक रुपये पर 25 रुपये का दांव भाजपा और सपा कांग्रेस गठबंधन पर है। रालोद पर सबसे कम 10 रुपये का दांव लगा है।