उप्र के बीआरडी मेडिकल कालेज के नेहरू अस्पताल में इस साल जेई से 170 मौतें

नयी दिल्ली। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के नेहरू अस्पताल में आक्सीजन की कमी के चलते दो दिन में रिकार्ड 30 अस्पताल में जनवरी से अब तक जेई से 170 मौतें हुई हैं, जिनमें शिशु केयर वार्ड में हुई है। 10 अगस्त को आक्सीजन की कमी सिलेंडर की सप्लाई में आयी कमी है। सप्लायर कंपनी का बकाया भुगतान न होने से उसने आपूर्ति रोक दी थी। मुख्यमंत्री ने 9 अगस्त को अस्पताल का दौरा कर व्यवस्था पर बैठक भी की थी। डीएम गोरखपुर राजीव रौतेला ने कहा है कि घटना की मजिस्टेट जांच के आदेश दे दिया गया है। रौतेला ने 11 अगस्त को 7 मौतों की पुष्टि करते हुए कहा ‘ऑक्सीजन सप्लाई के कारण नही बल्कि ये मौतें बीमारी के चलते हुईं है।’ उन्होने कहा कि हमने आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था कर ली है।
जुलाई से नवंबर तक हर साल बीआरडी मेडिकल कालेज के लिए चुनौती पूर्ण होता है, इस दौरान जापानी इंसेफ्लाइटिस और एक्यूट वायरस से होने वाले बुखार से सैकड़ों बच्चों की मौत हो जाती है। जिसके लिए मेडिकल कालेज विशेष तैयारी करता है। लेकिन मौत के आंकड़े बता रहें है कि मेडिकल कालेज की तैयारियां पर्याप्त नही है। मेडिकल कालेज के अस्पताल के पास फंड की लगातार कमी आक्सीजन की कमी का कारण बन गयी। अस्पताल के 300 कर्मचारियों को वेतन भी समय से नही मिल पास रहा है। 9 अगस्त को मुख्यमंत्री के दौरे में फंड की कमी की उन्हे जानकारी दी गई थी।

सरकार के प्रवक्ता ने किया आक्सीजन से मौतों का खंडन
उप्र सरकार के प्रवक्ता ने आक्सीजन से कमी से मौतों से इंकार किया है। प्रवक्ता ने कहा कि कतिपय चैनलों में इस तरह की भ्रामक खबरें दिखायी जा रही है। हालांकि अस्पताल जिस तरह से सिलेंडर का इंतजाम कर रहा था उससे साफ है कि ऑक्सीजन की सप्लाई की दिक्कत थी।

पिछले 7 अगस्त से हुई मौतों का ब्यौरा
7 अगस्त- को 9 मौतें, 8 अगस्त को 12 मौतें, 9 अगस्त को 9 मौतें, 10 अगस्त को 23 मौतें, 11 अगस्त को 7 मौतें।