राजनाथ जायेंगे कश्मीर: शांति बहाली होगा एजेंडा

 

नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू कश्मीर में शांति बहाली की पहल के तहत राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर जायेंगे। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सिंह इस सप्ताह शनिवार से शुरू हो रहे इस दौरे में श्रीनगर में एक जनसभा को भी संबोधित कर सकते हैं। सिंह का दौरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस बयान के तीन सप्ताह बाद होगा जिसमें उन्होंने कहा था कि कश्मीर समस्या का समाधान गोली और गाली से नहीं बल्कि कश्मीरियों को गले लगाने से होगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस दौरान सिंह राज्य में जम्मू और श्रीनगर जायेंगे। यात्रा के दौरान वह राज्य के सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियों, कारोबारी संगठनों के नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात कर कश्मीर घाटी में शांति बहाली के स्थायी समाधान पर विचार विमर्श करेंगे। इस बीच सिंह जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती से भी मुलाकात करेंगे।
सिंह खुद गत 19 अगस्त को कह चुके हैं कि नक्सलवाद, आतंकवाद और पूर्वोत्तर राज्यों में उग्रवाद की समस्या सहित कश्मीर समस्या का समाधान साल 2022 से पहले कर लिया जायेगा। इससे पहले सितंबर 2016 में सिंह ने सर्वदलीय प्रतिनिधमंडल के साथ कश्मीर का दौरा कर राज्य के विभिन्न सामाजिक संगठनों के 200 से अधिक प्रतिनिधियों से मुलाकात कर कश्मीर समस्या के सर्वमान्य हल पर विचार विमर्श किया था।
इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भी अगले सप्ताह जम्मू कश्मीर के दौरा पर जायेगा। इसका मकसद राज्य में मौजूदा हालात पर कांग्रेस की प्रदेश इकाई और समान विचारधारा वाले अन्य संगठनों के प्रतिनिधयों से विचार विमर्श करना है। इससे पहले पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिंहा की अगुवाई में नागरिक प्रतिनिधियों के समूह ने गत 17 से 19 अगस्त तक कश्मीर का दौरा कर सरकार को सौंपी रिपोर्ट में कहा था कि स्थानीय लोगों के मन में भय, हताशा और अवसाद की स्थिति बढ़ी है। सिन्हा ने राज्य में अपनी पूर्व यात्राओं की तुलना में राज्य के हालात में गिरावट आने की बात कही थी।