सचिन की रोशनी से जगमगाएंगे गांव

बाराबंकी। जिले के बड़ागांव में बुधवार को मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने पहुंचकर कामगार परिवारों के मकानों को लाइटिंग से रोशन करने के काम का जायजा लिया। इसके लिए उन्होंने बुनकर मो. इलियास की बेटी जुलेखा से बातचीत की और जानकारी लेने के बाद वह वापस चले गए।
सचिन ने यह जानने की कोशिश की कि सोलर होम लाइटिंग सिस्टम के बाद उन्हें क्या-क्या फायदे हुए हैं। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि अब उन्हें किसी तरह की दिक्कतें तो नहीं होती? क्या रोशनी के बाद काम करने का वक्त बढ़ा है, आय में इजाफा हुआ है ? क्या बच्चों की पढ़ाई में सहूलियत हो पा रही है? इन सभी के जवाब में जुलेखा का सकारात्मक जवाब सुनकर सचिन काफी खुश हुए। इसके बाद सचिन पत्रकारों से मुखातिब हुए और उन्होंने कहा कि स्प्रेडिंग हेप्पीनेस इन दीया फाउंडेशन के तहत रोशनी से वंचित कामगार परिवारों को रोशनी पहुंचाकर उनकी आय में बढ़ोतरी का सपना देखा है। इस ख्वाब को जिस तरह से सपोर्ट मिल रहा है, उसकी वजह से मैं काफी खुश हूं। सचिन बोले, आज लखनऊ आया तो मैं पुरानी यादों में खो गया। इससे पहले 1994 में श्रीलंका के खिलाफ मैच में यहां पर आने का मौका मिला था। इसके बाद अब आया हूं। उस वक्त जिस तरह का सपोर्ट मुझे मिला था, वह सपोर्ट आज तक कायम रहना वाकई मेरे लिए अच्छा है।