शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी नहीं रहीं

 

कोलकाता। पद्म विभूषण से सम्मानित प्रख्यात शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी का आज रात दिल का दौरा पडऩे के बाद यहां एक अस्पताल में 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अस्पताल के सूत्रों ने यह जानकारी दी।उनके परिवार में उनकी एक बेटी है।
उन्हें ठुमरी की मलिका कहा जाता था और प्रेम से अप्पाजी बुलाया जाता था। गिरिजा देवी को आज दोपहर दिल से संबंधित तकलीफ के बाद शहर के बीएम बिरला हार्ट रिसर्च सेंटर में भर्ती करवाया गया था। उनके परिवार के सूत्रों ने बताया कि उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था।
अस्पताल के प्रवक्ता ने पीटीआई…भाषा को बताया, ‘‘ गिरिजा देवी को जब अस्पताल लाया गया तब उनकी स्थिति काफी गंभीर थी। उन्हें सीसीयू में भर्ती किया गया था और उन पर निगरानी रखी जा रही थी। रात आठ बजकर 45 मिनट के लगभग उनका निधन हो गया।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गिरिजा देवी के निधन पर शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि गायिका की संगीतमय अपील पीढिय़ों के भेद से ऊपर थी और भारतीय शास्त्रीय संगीत को लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों को हमेशा याद रखा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘ गिरिजा देवी के निधन से दुख पहुंचा। भारतीय शास्त्रीय संगीत जगत ने अपनी खूबसूरत आवाजों में से एक को खो दिया। मेरी संवेदनाएं उनके प्रशंसकों के साथ हैं। ’’ बनारस घराने की गायिका को वर्ष 1972 में पद्श्री सम्मान मिला था। वर्ष 1989 में उन्हें पद्म भूषण और 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।उनका जन्म आठ मई 1929 को बनारस के निकट एक गांव में जमींदार परिवार में हुआ था।