अयोध्या मुद्दे पर श्रीश्री की दिन भर चली मुलाकातें,

लखनऊ। राम मंदिर-बाबरी मुद्दे पर जारी विवाद में मध्यस्थता कोशिश में लगे आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने बुधवार को कहा कि मेरे पास इस मसले को हल करने का कोई फॉर्मूला नहीं है। मामले पर बातचीत जारी है। उन्होने उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकत की। योगी आदित्यनाथ ने श्रीश्री की कोशिशों का स्वागत किया है।  लखनऊ। राम मंदिर-बाबरी मुद्दे पर जारी विवाद में मध्यस्थता कोशिश में लगे आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने बुधवार को कहा कि मेरे पास इस मसले को हल करने का कोई फॉर्मूला नहीं है। मामले पर बातचीत जारी है। उन्होने उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकत की। योगी आदित्यनाथ ने श्रीश्री की कोशिशों का स्वागत किया है।   बतातें चलें कि 6 दिसंबर को अयोध्या में विवादित ढांचे के गिरने के 25 साल पूरे हो रहें है। 5 दिसंबर से सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई शुरू होनी है। श्रीश्री की जिन लोगों से मुलाकात की उनमें ज्यादातर राम मंदिर से जुड़े पक्षकार और आंदोलन चलाने वाले ही शामिल थे। जिन लोगों की श्रीश्री से मुलाकत हुई उनमें राम जन्मभूमि निर्माण समिति के अध्यक्ष महंत जन्मेजय शरण दास, अयोध्या के दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास, राज्यसभा सांसद विनय कटियार, हिन्दू महासभा के चक्रपाणि प्रमुख हैं। दिगंबर अखाड़े के महंत सुरेश दास, राम मंदिर आंदोलन के अगुवा रहे महंत रामचंद्र परमहंस के उत्तराधिकारी है। जन्मेजय दास ने कहा कि बातचीत सही दिशा में जा रही है। हम तब तक बातचीत करते रहेंगे जब तक किसी नतीजे पर नही पहुंच जाते। म्ंदिर आंदोलन से जुड़े भाजपा राज्यसभा सदस्य विनय कटियार ने कहा कि राम मंदिर मसले को लेकर आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर और हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज से उनकी चर्चा हुई है। हम लोग अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं. लेकिन जो प्रयास किया जा रहा है, वह सकारात्मक है।श्रीश्री के दौरे में कई मुस्लिम मौलानाओं से भी मुलाकात हुई लेकिन इनमें से कोई भी अयोध्या मामले में प्रभावशाली नही था। श्रीश्री गुरूवार को अयोध्या जाएंगे और वहां भी अलग-अलग पक्षों से मिलेंगे।