तीन तलाक पर मोदी फेल

नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी के तीन तलाक के फैसले का सपना पूरा नहीं हो सका। कारण फिर वही बना। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल इस बिल के साथ नहीं थे और मुस्लिम महिलाओं को संसद के माध्यम से मिलने वाला न्याय नहीं पारित हो पाया। यह सीधे-सीधे नरेन्द्र मोदी सरकार की हार है और कांग्रेस की जीत है। मगर चुनाव में मुस्लिम महिलाएं मोदी का कितना साथ देंगी, लोकसभा चुनाव परिणाम बतायेंगे।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और अंतरिम बजट 2019-20 पास होने के बाद आज राज्यसभा की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके साथ ही बहुप्रतीक्षित तीन तलाक विधेयक और सिटिजनशिप बिल को पास कराने की सरकार की मंशा अधूरी रह गई। ये बिल पेश ही नहीं हो सके। आपको बता दें कि तीन तलाक बिल को लेकर सियासी बहस चल रही है। कांग्रेस पार्टी की ओर से हाल में कहा गया था कि अगर उसकी सरकार बनती है तो तीन तलाक कानून को खत्म कर दिया जाएगा। राज्यसभा में वित्त विधेयक और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव भी बिना चर्चा के पारित किया गया।
राष्ट्रपति अभिभाषण पर बहस के लिए 10 घंटे, बजट पर 8 घंटे और 2 बिल पर बहस के लिए 2 घंटे का समय निर्धारित किया गया था लेकिन अंतिम दिन इसे 20 मिनट में बिना बहस के पास करना पड़ा। 1991 और 1996 में राजनीतिक कारणों की वजह से धन्यवाद प्रस्ताव पास नहीं हो सका था।