बोलीं प्रियंका: मरना मंजूर, बीजेपी नामंजूर

रायबरेली। मैं मरना पसंद करूंगी, लेकिन भाजपा को सपोर्ट नहीं करूंगी। मैं डरने वाली नहीं हूं, मैं उनसे लड़ती रहूंगी। ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के चढरई चौराहे पर पत्रकारों ने जब बसपा प्रमुख मायावती के इस आरोप पर कि, भाजपा-कांग्रेस मिले हुए हैं, प्रियंका की प्रतिक्रिया मांगी तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने यह बात कही।
उन्होंने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री को जनता से मिलने की फुरसत नहीं है। अमेरिका जाते हैं तो राष्ट्रपति को गले लगाते हैं। पाकिस्तान में जाकर बिरयानी खाते हैं लेकिन यहां की जनता से नहीं मिलते हैं। किसानों ने अपनी समस्याओं को लेकर दिल्ली तक मार्च किया लेकिन प्रधानमंत्री उनसे नहीं मिले, उल्टे उन पर अत्याचार कराया। उन्होंने कहा कि मैं डरने वाली नहीं हूं। मोदी ने पांच साल में एक भी वादा नहीं पूरा किया। राष्ट्रवाद पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद किसे गर्व नहीं है लेकिन जनता का उत्पीडऩ भी नहीं होना चाहिए।
अगर पांच साल में आपने काम किया है तो नोटबंदी, जीएसटी, युवाओं को रोजगार देने की बात पर आप क्यों नहीं बोलते। भाजपा व प्रधानमंत्री मोदी जज्बाती मुद्दों को उठाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। इसी तरह 2014 के चुनाव में उन्होंने 15 लाख रुपये, दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने समेत अन्य वादे किए थे। उन्होंने कहा मैं बनारस गई थी तो वहां लोगों ने बताया कि प्रधानमंत्री एक बार भी गांव नहीं गए। लोगों से नहीं मिले। अगर गांव जाते किसानों से मिलते तो उन्हें पता चलता कि किसानों के खेतों को आवारा जानवरों ने चर डाला है। किसानों ने उन जानवरों के नाम क्या रखे हैं।