डेस्क। नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन गंभीर रूप से बीमार हैं और उनकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। दक्षिण कोरिया के लोकल मीडिया की खबर के अनुसार किम का इलाज उस अस्पताल में हो रहा है जो खास उनके परिवार के लिए बनाया गया है। डेली एनके के अनुसार हयांग सैन अस्पताल को लंबे समय से हृदय संबंधी बीमारियों से निपटने के लिए विशेष सुविधा के रूप में रखा गया है।
यह अस्पताल 1994 में बनाया गया था, उत्तर कोरिया के नेता के दादा, किम इल-सुंग की मृत्यु के बाद, जो उस समय हयांग सैन में थे। किम का मानना है कि क्षेत्र के एक अस्पताल होने से उन्हें बचाया जा सकता था। यह भी कहा जाता है कि राजधानी प्योंगयांग से दूर ये अस्पताल बनाने का एक और कारण है। किम और उनके परिवार को किसी भी तरह की निगरानी से दूर रखा जा सके। किम की सर्जरी करने वाले डॉक्टर हृदय संबंधी बीमारियों के विशेषज्ञ हैं और यहां तक कि विदेशों में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। किम के डॉक्टरों को भी कड़ी सुरक्षा में रखा जाता है और वे गार्ड के साथ घूमते हैं। डेली एनके की रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल में चिकित्सा उपकरण जर्मनी और जापान से आयात किए जाते हैं।अपने दिवंगत दादा और राज्य संस्थापक किम इल-सुंग के 108 वें जन्मदिन के अवसर पर पिछले बुधवार को किम के कुमसुसन पैलेस में न पहुंचने पर ही अटकलें शुरू हो गईं थीं।
डेली एनके ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि तानाशाह किम जोंग की तबीयत बीते कुछ महीनों में ज्यादा खराब हुई है। इसकी वजह है कि बहुत ज्यादा स्मोकिंग, मोटापे की बीमारी और ज्यादा काम। सीएनएन के मुताबिक, नॉर्थ कोरिया के मीडिया में अब तक किम जोंग की तबीयत को लेकर अब तक कुछ भी प्रकाशित नहीं हुआ है। इसकी वजह है कि वहां मीडिया पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में है। यही वजह है कि यहां से सूचना का इतनी जल्दी आना मुश्किल है।
अभेद्य दुर्ग है किम जोंग उन का अस्पताल
