यूपी डीजीपी का निर्देश: गोकशी पर लगे लगाम

लखनऊ। कोरोना संकट में लॉकडाउन के कारण पुलिस की व्यस्तता का फायदा उठाकर गोकशी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। कुछ स्थानों पर गोकशी के कारण विवाद इतना बढ़ा कि कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो गई। डीजीपी एचसी अवस्थी ने सभी जिलों में गोकशी की घटनाओं के हॉट स्पॉट चिह्नित कर रोकथाम की कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया है। दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश डीजीपी ने गोवंश के वध की रोकथाम के लिए सभी पुलिस कप्तानों को दिशा-निर्देश जारी किया है। उन्होंने गोवंश के वध, अवैध परिवहन एवं तस्करी पर प्रभावी रोकथाम के लिए पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन न होने पर नाराजगी जताई है। कुछ दिनों के अपराध आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर उन्होंने कहा है कि कतिपय जिलों में गोवंश के वध की घटनाओं में वृद्धि हुई है। साथ ही यह भी संज्ञान में आया है कि जिला पुलिस द्वारा समुचित कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है। यह स्थिति अत्यंत आपत्तिजनक है और शासन की मंशा के सर्वथा विपरीत है। ऐसी आपराधिक घटनाएं होने से सांप्रदायिक सद्भाव प्रभावित होने और कानून-व्यवस्था की विषम स्थिति पैदा होने की आशंका बनी रहती है। डीजीपी ने ऐसी घटनाओं पर पूर्णतया अंकुश लगाने का निर्देश दिया है। उन्होंने दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। थानाध्यक्षों की भी तय होगी जवाबदेहीडीजीपी ने कहा है कि जिले के जिस थाना क्षेत्र में गोकशी की घटनाएं लगातार हो रही हैं, उन्हें हॉट स्पॉट के रूप में चिह्नित करते हुए उनकी प्रभावी रोकथाम के लिए जिले स्तर पर कार्ययोजना तैयार की जाए। सभी पुलिस कप्तान अपने पर्यवेक्षण में ऐसे गिराहों को चिह्नित कराकर कार्रवाई करें। गिरोहों से जुड़े अभियुक्तों के विरुद्ध गैंगस्टर व एनएसए के तहत कार्रवाई करें। डीजीपी ने कहा है कि जिन थाना क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं, वहां के थानाध्यक्ष के विरुद्ध भी दंडात्मक कार्रवाई की जाए। साथ ही इन घटनाओं में संलिप्त पाए जाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। डीजीपी ने गोकशी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए अभिसूचना तंत्र विकसित करने का भी निर्देश दिया है।