लखनऊ। यूपी के विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशियों को लेकर कुछ स्थानों पर उठ रहे बगावती सुरों को देखते हुए भाजपा ने भितरघात रोकने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। इसके लिए पार्टी ने मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को क्षेत्रवार जिम्मेदारी सौंपकर इन्हीं के कंधों पर वोट दिलवाने की जिम्मेदारी डालने का निर्णय किया है। भाजपा नेतृत्व ने भितरघात की आशंकाओं को कम से कम रखने के लिए त्रिस्तरीय निगरानी व्यवस्था बनाई है। साथ ही उन लोगों से स्वयं बातचीत शुरू की है जिनके बारे में पार्टी के पास नाराजगी की सूचना है। यदि मनाने और समझाने के बावजूद कोई विरोध पर अड़ा रहता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार पार्टी के रणनीतिकारों ने उपचुनाव वाले जिलों की संबंधित लोकसभा सीट के पार्टी सांसद और स्थानीय विधायकों को सेक्टर व क्षेत्रवार जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है। साथ ही संबंधित जिले के प्रदेश सरकार के प्रभारी मंत्रियों के साथ जिला या आसपास के जिलों से प्रदेश सरकार में मंत्रियों को भी निर्वाचन क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। जहां भाजपा के सांसद नहीं हैं, वहां किसी अन्य वरिष्ठ मंत्री या नेता को लगाया गया है।
बागियों को निपटायेेगी बीजेपी: मंत्री, सांसदों और विधायकों को दी जिम्मेदारी
