पासवान परिवार के लिए अहम है दूसरा चरण

पटना। लोजपा के साथ-साथ पासवान परिवार के लिए भी बिहार विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण काफी महत्वपूर्ण है। स्वर्गीय रामविलास पासवान के गृह क्षेत्र अलौली में भी इस चरण में चुनाव है। साथ ही उनके भतीजे और दामाद भी इस चरण में चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस तरह इस परिवार के लिए भी अग्नि परीक्षा है। इन सीटों पर पार्टी का प्रदर्शन कैसा होगा, इस पर सबकी निगाहें हैं।
अलौली विधानसभा क्षेत्र से इस परिवार का खास नाता रहा है। रामविलास पासवान सबसे पहले इसी क्षेत्र से वर्ष 1969 में विधायक बने थे। इसके बाद उनके छोटे भाई पशुपति कुमार पारस इस क्षेत्र से सात बार विधायक रहे। हालांकि पिछले दो चुनावों में पार्टी को यहां से हार का सामना करना पड़ा है। इस बार लोजपा फिर यहां से अपना उम्मीदवार उतारकर कड़ी मेहनत कर रही है। रामचंद्र सदा यहां से लोजपा प्रत्याशी हैं। राजद और जदयू के प्रत्याशी उन्हें चुनौती दे रहे हैं।
इस बार पार्टी यह सीट वापस प्राप्त करने में सफल होती है या नहीं, इसका खुलासा दस नवबंर को मतगणना के दिन होगा, लेकिन यहां लोजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। स्व. पासवान के भतीजे और समस्तीपुर सांसद प्रिंस राज के बड़े भाई कृष्णराज रोसड़ा से चुनाव मैदान में हैं। वे पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। स्व. पासवान के दामाद मृत्युंजय पासवान मृणाल राजापाकर से चुनाव लड़ रहे हैं। इन क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान है। इस तरह चिराग पासवान के परिवार के लिहाज से भी यह चरण खास है।