दलित व्यक्ति की मौत भाजपा ने गैर इरादतन हत्या बताया

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लखनऊ।(विसं.) विधान परिषद में भाजपा विधायक दल के नेता हृदयनारायण दीक्षित ने जिला उन्नाव के थाना मौरावां क्षेत्र में पुलिस के दौड़ाये जाने पर नदी में कूद कर मर गये अनुसूचित जाति के गरीब की मृत्यु को गैर इरादतन हत्या का मामला बताया है और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। श्री दीक्षित ने कहा है कि 31 जुलाई को मौरावां पुलिस ने राजेन्द्र पुत्र बाबू बेडिय़ा निवासी सुदौली जिला रायबरेली को गिर तार किया था। उस पर कोई मुकदमा नहीं था। पुलिस उसे ग्राम बरेंदा लाई। मौका पाकर वह भागा। पुलिस ने उसका पीछा किया। वह नदी में कूद गया। पुलिस ने उसे नहीं बचाया। पुलिस भाग निकली।
भाजपा नेता ने कहा है कि इस मामले में जांच के कई बिन्दु उभर रहे हैं। पहला बिन्दु यही है कि पुलिस ने उसे क्यों गिर तार किया। उसे बरेंदा गांव क्यों ले गई। जब वह भागा पुलिस ने पीछा किया। नदी में कूद गया तो पुलिस ने उसे बचाने के क्या प्रयास किये। पुलिस बरेंदा गांव के ही लोगों की सहायता से उसे बचा सकती थी। मृतक के परिजन इस गिर तारी की खबर पाकर थाना मौरावां जा रहे थे कि उन्हें दूसरे दिन नदी में मिले उसके शव की सूचना मिली।
श्री दीक्षित ने कहा कि एक सबइंसपेक्टर और दो सिपाहियों की लाइन हाजिरी समस्या का समाधान नहीं है। पुलिस जीप में अन्य दरोगा भी थे। पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए और पुलिस पर गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।