गुजरात में बंद का रहा मिला जुला असर

अहमदाबाद। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद का गुजरात में विपक्षी कांग्रेस ने समर्थन किया है। बंद के समर्थन में मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने कुछ जगहों पर राजमार्ग बाधित करने का प्रयास किया और मार्ग पर जलते हुए टायर रख दिए।हालांकि दोपहर तक राज्य में बंद का अधिक असर नहीं दिखा। राज्य में कुछ जगहों को छोडक़र सभी बाजार, दुकानें, सरकारी एवं निजी कार्यालयों समेत कारोबारी प्रतिष्ठान खुले रहे।राज्य के प्रमुख शहरों में जनजीवन पर बंद का असर नहीं दिखा और सडक़ों पर बसों की आवाजाही सामान्य रही। अहमदाबाद, राजकोट और सूरत समेत राज्य के प्रमुख शहरों में बीआरटीएस (बस रैपिड टांजिट सिस्टम) का कामकाज तय समय के अनुसार चला।राज्य में करीब 5,000 पेट्रोल पंप भी खुले रहे क्योंकि उनके संगठनों ने बंद को समर्थन नहीं दिया था।राज्य पुलिस नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘राज्य में बंद का अधिक असर नहीं दिखा। किसी भी तरह की हिंसा या किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। बंद से जनजीवन प्रभावित नहीं हुआ है।’’किसी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए समूचे राज्य में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया हैभारत बंद को देखते हुए राज्य सरकार ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगाई है जिसके तहत चार से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध है।राज्य में कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी)के कार्यालय खुले रहे। हालांकि अमरेली और मोरबी के वांकानेर में कांग्रेस के नियंत्रण वाले बाजार बंद रहे।