सभी पार्षद नयी शिक्षा नीति की जानकारी अपने वार्ड में दें : राज्यपाल

लखनऊ। जनसुविधाओं को गुणवत्तापूर्ण ढंग से नगरीय क्षेत्र के प्रत्येक नागरिक को उपलब्ध कराना नगर निगम का प्रथम कर्तव्य होता है। ये बात राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने नगर निगम लखनऊ के तीन वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में नगर निगम मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में अपने अतिथि भाषण के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नगर का मतलब- नत्रनल, गत्रगटर तथा रत्ररोड होता है और नगर निगम की सम्पूर्ण कार्य प्रणाली स्वच्छ, पेयजल, सीवर तथा सडक़ जैसी सुविधाओं की ओर ही केन्द्रित होती है। राज्यपाल ने कहा कि प्राय: सभी लोग टैक्स नहीं देते हैं, फिर भी हमें सभी के लिए मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराना होता है और सभी पार्षद इसी कार्य के लिये प्रयासरत रहते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि पार्षदों को नल, गटर एवं रोड की आवश्यकता के साथ-साथ अपने-अपने क्षेत्र में आंगनवाड़ी केन्द्रों, प्राथमिक विद्यालयों तथा चिकित्सा सुविधाओं पर भी ध्याान देना चाहिए तथा समय-समय पर वहां जाकर उनकी व्यवस्था का निरीक्षण करना चाहिये। छोटे बच्चों के लिये फल बिस्कुट आदि ले जायें। उन्होंने कहा कि उचित होगा कि यदि पार्षद जरूरतमंदों को उनकी जरूरत के अनुसार फल, वस्त्र आदि लेकर जायेंगे तो जनता उनके प्रति आदर भाव रखेगी। अत: समाजसेवी, जनप्रतिनिधि एवं स्वयंसेवी संस्थाएं, सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि पार्षद नयी शिक्षा नीति की जानकारी लें और अपने-अपने क्षेत्र की शिक्षण संस्थाओं में इसकी चर्चा भी करें। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है। जिनकी जानकारी अपने वार्ड में दी जानी चाहिए, जिससे गरीबों को उसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि 2025 तक देश को टी0बी0 मुक्त किया जाना है अत: टी0बी0 के नियंत्रण हेतु किये जा रहे उपायों की जानकारी पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में अवश्य दें। यह कार्य हमें निरंतर करते रहना है, तभी हम क्षय रोग मुक्त भारत बना सकते हंै।
इस अवसर पर महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने तीन वर्ष में किये गये कार्यों का लोखा-जोखा प्रस्तुत किया।कार्यक्रम में प्रदेश के नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, जल शक्ति मंत्री डा0 महेन्द्र सिंह, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह एवं नगर आयुक्त श्री अजय द्विवेदी सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।