यूपी में वैक्सीन डिलीवरी: डाक विभाग संभालेगा मोर्चा

गोरखपुर। यूपी के ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने के लिए सरकार डाक विभाग की मदद लेगी। सरकार का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने में डाक विभाग का नेटवर्क काफी मददगार साबित होगा। इसके लिए गांव में स्थित सरकारी अस्पताल से डाकघर की दूरी का नक्शा शासन ने मंगाया है। डाक विभाग ने नक्शे के साथ ही वैक्सीन का कोल्ड-चेन मेंटेन करने और उसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का ब्लूप्रिंट भी सरकार को भेज दिया है।
गोरखपुर रीजन के पोस्ट मास्टर जनरल (पीएमजी) आकाशदीप चक्रवर्ती ने बताया कि 13 जिलों में डाकघर की 3357 शाखाएं हैं। इनमें हर शाखा की मैपिंग की गई है। उस शाखा से नजदीकी सरकारी अस्पताल की दूरी और शाखा से जुड़े गांवों की संख्या की जानकारी शासन को भेज दी गई है।
पीएमजी ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन में कई बिंदुओं का खास ख्याल रखना है। सबसे बड़ी समस्या कोल्ड-चेन मेंटेन करने की है। इसके लिए वैक्सीन को थर्माकोल के बॉक्स में रखा जाएगा। इस बॉक्स की खासियत यह है कि इसमें तापमान नियंत्रित रहता है। जरूरत पडऩे में पर ड्राई आइस (बर्फ के टुकड़ों) का प्रयोग किया जाएगा। पीएमजी ने बताया कि वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन के लिए विभाग बड़े कदम उठा रहा है। सडक़ मार्ग से थर्माकोल के बॉक्स को संबंधित डाकघर फिर वहां से संबंधित अस्पताल पहुंचाया जाएगा। इसके लिए हर जिले में वैक्सीन की ढुलाई के लिए अलग-अलग गाडिय़ां रहेंगी। जिससे कि तय समय में ही वैक्सीन की डिलीवरी अस्पताल पर की जा सके। इसके लिए गोरखपुर में करीब 40 गाडिय़ां लगेंगी। अन्य जिलों में डाकघर और आबादी के मुताबिक गाडिय़ां तय होंगी।