बारिश में भीग रहे किसान: सरकार कर रही परेशान

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन को देखते हुए दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार को नागरिकों से वैकल्पिक मार्ग लेने की अपील की है, क्योंकि विरोध के कारण चीला और गाजीपुर बॉर्डर बंद है। वहीं दूसरी ओर बारिश ने किसानों की समस्या और बढ़ा दी है। केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले एक महीने से भी अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे तथा दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों की मुश्किलें रातभर हुई बारिश ने बढ़ा दीं। लगातार बारिश होने से आंदोलन स्थलों पर जलजमाव हो गया है। संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने रविवार को कहा कि किसान जिन तंबूओं में रह रहे हैं वह वॉटरप्रूफ हैं लेकिन ये ठंड और जलभराव से उनका बचाव नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा, ”बारिश की वजह से प्रदर्शन स्थलों पर हालात बहुत खराब हैं, यहां जलभराव हो गया है। बारिश के बाद ठंड बहुत बढ़ गई है लेकिन सरकार को किसानों की पीड़ा नजर नहीं आ रही।” सिंघू बॉर्डर पर डटे गुरविंदर सिंह ने कहा कि कुछ स्थानों में पानी भर गया है और समुचित जन सुविधाएं नहीं हैं। उन्होंने कहा, ”अनेक समस्याओं के बावजूद भी हम यहां से तब तक नहीं हिलने वाले जब तक कि हमारी मांगे पूरी नहीं हो जातीं।”
दूसरी ओर, नोएडा और गाजिाबाद से आने वालों के लिए किसानों के प्रदर्शन के कारण चिल्ला और गाज़ीपुर बॉर्डर बंद है। कृपया दिल्ली से आने के लिए वैकल्पिक रास्ता अपनाएं। पुलिस ने कहा कि हरियाणा के लिए कुछ बॉर्डर खुली हैं। उनमें झारोदा, दौराला, कपाशरा, बदुसराय, राजोखरी एनएच 8, बिजवासन/बजघेरा, पालम विहार और डूंडाहेरा शामिल हैं। हालांकि लोगों से कोरोना को लेकर सावधानियों बरतने की नसीहत दी गई है। जबकि पुलिस के द्वारा टिकरी और धांसा बॉर्डर को किसी भी तरह की ट्रैफिक गतिविधि के लिए बंद कर दिया गया था। झटीकरा बॉर्डर से केवल हल्के वाहनों के आवागमन की इजाजत दी गई है।