किसान बिल का समर्थन: खून से हस्ताक्षर कर सौंपेंगे पत्र

लखनऊ। राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के राष्ट्रीय संयोजक राम निवास यादव ने यूनियन के केंद्रीय कार्यालय गोमतीनगर लखनऊ पर विभिन्न जिलों से आए हुए किसान भाइयों के साथ बैठक में कहाकि राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन एवं देश भर के किसान अपने रक्त से हस्ताक्षर कर कृषि बिल के समर्थन में देश के प्रधानमंत्री एवं कृषि मंत्री को समर्थन पत्र सौपेंगे। इसके साथ ही कृषि बिल का विरोध कर रहे देश के नेताओं एवं किसान नेताओं को रक्त से हस्ताक्षर कर कृषि बिल के समर्थन के लिए देश भर के किसानों द्वारा आग्रह पत्र भेज कर कृषि बिल का समर्थन करने का आग्रह करेगें। एवं यूनियन के सदस्य किसानों के बीच जा कर किसानों भाइयों से मिल रहे हैं एवं गांवों से किसानों की कृषि बिल के समर्थन में जो प्रतिक्रियाएं मिल रही है वह हैरान करने वाली हैं अन्नदाता यूनियन द्वारा अयोध्या जिले के मवई ब्लॉक के सैदपुर गांव मे आयोजित किसान सम्मेलन के बारे मे बताया कि वहां के किसानों से जब पूंछा गया कि सरकार द्वारा लाये गए कृषि बिल के बारे मे आप लोगों की क्या राय है? तब वहां मौजूद कई किसानों ने कहा की देश की विपक्षी पार्टियों द्वारा जो ये कारनामा दिल्ली बार्डर कराया जा रहा है इसके बारे मे हमे ही नही पूरे देश के किसान भाइयों को पता है ये विपक्षी नेता कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी एन.सी.पी अध्यक्ष शरद पवार समाजावादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्षा मायावती तृणमूल पार्टी की अध्यक्षा ममता बनर्जी राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख तेजस्वी यादव के साथ किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत अखिल भारतीय किसान सभा हन्नान मौला एवं किसान नेता शिव कुमार कक्का जैसे लोगों की एक सोंची समझी साजिश है वह सिर्फ इस बात पर अड़े हैं कि कृषि कानून वापसी के अलावा कुछ मंजूर नही है। जबकि बार-बार कृषि मंत्री एवं भारत सरकार की तरफ से कहा जा रहा है जहां पर कानून में कोई दिक्कत है तो बताएं हम संशोधन करने को तैयार है इसके लिए सरकार धरने पर बैठे समूहों की कई दौर की बैठक हो चुकी है लेकिन फर्जी किसान नेता झोंपड़ पट्टी, फेरीवाले, दिहाड़ी मजदूरी वाले लोगों को शामिल कर धरने पर बैठे हैं वह सिर्फ अपनी जिद पर अड़े है और कृषि बिल की वापसी की मांग कर रहे है तो कतई हित में नही है। उन्होने किसानों को संबोंधित करते हुए कहा कि पहले हमे भी लगा था की शायद सरकार गलत कर रही है लेकिन अब हम भी सब समझ चुके हैं कि कृषि बिल किसान हितैशी है और राम निवास यादव ने बताया कि किसानों का एक बड़ा समूह जिला बहराईच, सीतापुर, बाराबंकी, गोंडा, उन्नाव, रायबरेली, हरदोई, कानपुर, इटावा, प्रतागढ़ तथा अम्बेडक नगर से 10जनवरी2021 को मिलने आया। जिसमें किसानों ने कहाकि हम वर्तमान सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल के समर्थन में है और किसी भी तरह का बदलाव कृषि बिल में नही होना चाहिए आखिर इतने दिनों से क्यों किसान इतना असहाय था कि किसान मौत को चुनता था। उन्होने कहाकि जिस तरह से सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल को देशभर के किसान भाइयों का समर्थन मिल रहा है वह सराहनीय है अगर जरूरत पड़ी तो इसके लिए हमारी यूनियन व्यापक अभियान चलाएगी क्योंकि ज्यों-ज्यों अब समय बीत रहा है विपक्षी दलों की परतें खुल रही हैं और देश का असली अन्नदाता भी समझ रहा है की जनता एवं किसानों द्वारा नकारे हुए नेताओं का यह खेल अब जल्द ही समाप्त होने वाला है। बैठक में मुख्य रूप से चौधरी इंद्रपाल सिंह, सत्यापाल वर्मा, जय सिंह, रामलखन बघेल, सरोजनी वर्मा, रामदुलारे वाल्मीकि, शशांक मालवीय,सर्वेश यदुवंश,वीरेंद्र कुमार रावत,अवधेश प्रताप सिंह,अरविंद यादव,मुलायम यादव दुर्गेश पाल,करमचंद,रोहित यादव,विमल यादव,सुभाष गोस्वामी, अनिल यादव, कालीचरण, लवकुश यादव “लक्की”, सद्दाम हुसैन, रंजीत यादव, मोहित कुमार, अमित मिश्रा, मोहम्मद आरिफ, ललित साहू, बलराम यादव, प्रवीण कुमार सिंह, नन्द किशोर यादव आदि सदस्यगण मुख्य रूप से उपस्थित रहे।