यूपी में बढ़ रही किन्नरों की संस्था : तीन हजार सालाना

प्रयागराज। किन्नर यानी समाज का ऐसा वर्ग जिसके बारे में जानने की जिज्ञासा लोगों में अक्सर बनी रहती है। समय, समाज के बदलते सरोकार के बीच किन्नरों के प्रति सोच बदल रही है। लेकिन यदि हम उनके बीच जाकर उनकी वास्तविक परिस्थितियों से रूबरू हों तो कई रोचक तथ्य सामने आते हैं। शहर की एक निजी सामाजिक संस्था की ओर से हुए सर्वेक्षण में किन्नरों के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आयी है। इसमें सबसे खास है कि प्रदेश में हर साल लगभग 3 हजार किन्नरों की संख्या बढ़ रही है। यानी 2011 की जनगणना के अनुसार प्रदेश में किन्नरों की संख्या 137465 थी, जो प्राप्त सर्वेक्षण में इनकी संख्या लगभग 164615 हो गई है। यानी 10 वर्षों में 27150 की वृद्धि हुई है।