स्वच्छता सर्वेक्षण: सरकार ने कसी कमर, मंत्री ने ली बैठक

लखनऊ। स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर की रैकिंग बेहतर करने को लेकर तैयारियां हो गईं हैं। इसी क्रम में मंगलवार को नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस दौरान नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने देश में धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहे अयोध्या, गोरखपुर समेत छह जिलों में स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत विकास कार्यों की समीक्षा की। मंत्री ने शहर में साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और वायु और जल प्रदूषण को रोकने पर जोर दिया।नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने सभी नगर निकायों को निर्देश दिए कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारियां अभी से शुरू की जाएं। पिछले साल की कमियों को दूर कर शहर को स्वच्छता में बेहतर रेंकिंग दिलाने का प्रयास करें। इसके लिए उन्होंने दो मुख्य बिंदुओं डोर-टू-डोर कलेक्शन और नाले की सफाई पर जोर दिया। माननीय नगर विकास मंत्री जी ने कहा कि कोरोना काल के बीच अधिकारियों को अब विकास कार्यों पर पूरी तरह फोकस करना होगा। शहर में जितनी भी योजनाओं के तहत विकास कार्य रुके हुए हैं, उन पर तेजी के साथ काम करना होगा। इसके अतिरिक्त जिन शहरों में सीवर को लेकर समस्या है, उन्हें दूर किया जाए। शहर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने, कूड़े के निस्तारण के लिए जमीन चिह्नित करने के भी निर्देश दिए। माननीय नगर विकास मंत्री जी ने कहा कि स्थानीय निकाय रिसाइकिल न किए जा सकने वाले कूड़े के लिए सेनिटरी लैंडफिल और कूड़ा निस्तारण के लिए प्लांट स्थापित करें। बैठक में माननीय नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने छह नगर निगमों के नगर आयुक्तों और मेयर के स्वच्छता सर्वेक्षण से जुड़े सुझावों को मांगे। इसके निस्तारण के संबंध में भी निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए हुई बैठक में नगर विकास (उत्तर प्रदेश) सचिव श्री अनुराग यादव जी, स्थानीय निकाय निदेशालय की निदेशक डॉ काजल जी मौजूद रहीं। इनके अलावा कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, अयोध्या और बरेली के नगर आयुक्त और मेयर मौजूद रहे।